बलराम तालाब योजना ने मध्य प्रदेश के किसान बरनू को बनाया आत्मनिर्भर, बढ़ गई आमदनी

बलराम तालाब योजना ने मध्य प्रदेश के किसान बरनू को बनाया आत्मनिर्भर, बढ़ गई आमदनी

राज्य में इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य सूखे या कम वर्षा की स्थिति में सिंचाई करते समय किसानों के सामने आने वाली पानी की समस्या का समाधान करना है. मध्य प्रदेश बलराम तालाब योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को अपने खेतों में तालाब बनवाने के लिए सब्सिडी दी जाती है. इन निर्मित तालाबों में वर्षा के पानी को एकत्र किया जा सकता है.

इस योजना से बदली किसान की किस्मतइस योजना से बदली किसान की किस्मत
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 27, 2024,
  • Updated Jun 27, 2024, 12:30 PM IST

देश के किसानों को खेती-बाड़ी करने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने और उनकी आय में वृद्धि करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर समय-समय पर कई प्रकार के निर्णय लेती रहती है. ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके. इसी कड़ी में सरकार ने किसानों के लिए बलराम तालाब योजना की शुरुआत की है. मध्य प्रदेश सरकार बलराम तालाब योजना चला रही है ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी की कमी न हो. इस योजना का उद्देश्य बारिश के पानी को संरक्षित करना भी है. इस योजना की शुरुआत 2007 में हुई थी. इस योजना के तहत किसानों को तालाब बनाने के लिए अनुदान दिया जाता है. आज इसी योजना की मदद से किसान बरनू ने खुद को आत्मनिर्भर बना दिया है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है किसान बरनू के सफलता की कहानी.

किसान बन रहे आत्मनिर्भर

किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग की योजना के अंतर्गत अनूपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड के ग्राम जमुड़ी के किसान बरनू कोल ने अपने एक हेक्टेयर खेत में बलराम तालाब का निर्माण कराया है. सिंचाई सुविधा उपलब्ध होने से बरनू अब खरीफ फसलों के अलावा रबी और ग्रीष्मकालीन फसल जैसे गेहूं, चना और सब्जियों की खेती भी करने लगे हैं. इससे उन्हें हर साल 50 से 55 हजार रुपये की अतिरिक्त आमदनी हो रही है. बलराम तालाब ने किसान को आत्मनिर्भर बना दिया है. किसान बरनू ने बलराम तालाब में मछली पालन भी शुरू कर दिया है. इससे उन्हें हर साल लगभग 50 हजार रुपये की आमदनी हुई है. कृषि विभाग की योजना का लाभ उठाते हुए किसान बरनू ने विभागीय प्रदर्शनों और प्रशिक्षणों का लाभ लेकर और नई तकनीक अपनाकर अपनी खेती को नया आकार दिया है.

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किसान बरनू की कहानी

किसान बरनू ने खरीफ वर्ष 2021-22 में अपने 1.5 एकड़ खेत में बादशाह भोग सुगंधित चावल की खेती की है. किसान बरनू ने कृषि और बागवानी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं. धान, गेहूं और सब्जियां उनकी आजीविका की उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं. बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए किसान बरनू को जिला स्तरीय किसान पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. स्थानीय लोग बरनू से प्रेरणा लेकर अपनी कृषि भूमि में नई तकनीक का उपयोग कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं.

बलराम तालाब योजना का उद्देश्य?

राज्य में इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य सूखे या कम वर्षा की स्थिति में सिंचाई करते समय किसानों के सामने आने वाली पानी के समस्या का समाधान करना है. मध्य प्रदेश बलराम तालाब योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को अपने खेतों में तालाब बनवाने के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है. इन निर्मित तालाबों में वर्षा के पानी को एकत्र किया जा सकता है. ताकि सूखे या कम वर्षा की स्थिति में किसान एकत्रित पानी का उपयोग खेती की सिंचाई के लिए कर सकें. अब इस योजना का लाभ मिलने से राज्य के किसानों को सिंचाई करते समय पानी  कमी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और साथ ही उनकी खेती को उचित मात्रा में पानी मिलेगा. जिससे खेती की पैदावार अच्छी होगी और किसानों की आय में वृद्धि होगी. एमपी बलराम तालाब योजना 2024 राज्य में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ खेती के क्षेत्र में वृद्धि करेगी. परिणामस्वरूप, राज्य में खेती के स्तर में बेहतर सुधार होगा.

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