योगी सरकार ने लखनऊ में इन दिनों चल रही 'ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट' (Global Investors Summit) में दुनिया के बड़े निवेशकों को यूपी में निवेश करने के लिए सभी जरूरी सहूलियतें देने की पेशकश की है. इस पर यूपी के कंट्री पार्टनर के रूप में नीदरलैंड ने खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी सहित अन्य क्षेत्रों में भारी निवेश के करार किए हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री और ग्राम्य विकास मामलों के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य और भारत में नीदरलैंड के उच्चायुक्त मार्टिन वॉन डेन बर्ग की मौजूदगी में निवेश के करार पर हस्ताक्षर किए गए. बाद में मार्टिन की अगुवाई में डच कंपनियों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी.
नीदरलैंड की कंपनियों ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की पहल पर यूपी में निवेश के करार किए. सीआईआई की यूपी इकाई के अध्यक्ष एवं टेक्निकल एसोसिएट्स इंडस्ट्रीज लि. के सीईओ विनम्र अग्रवाल ने बताया कि फूड प्रोसेसिंग, रीफाइनिंग व इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नीदरलैंड की महारथ का लाभ यूपी उठाएगा. उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ में 5वीं सबसे बड़ी जीडीपी वाले देश के रूप में नीदरलैंड के पास प्रमुख वैश्विक कारोबारी ताकत है. इस नाते कृषि, एवं खाद्य प्रसंस्करण समेत अन्य क्षेत्रों में नीदरलैंड के साथ भारत की 23 बिलियन डॉलर की साझेदारी है. इसके तहत यूपी भी नीदरलैंड बड़ा निवेश करने जा रहा है.
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मार्टिन के नेतृत्व में डच प्रतिनिधिमंडल ने सीएम योगी से मुलाकात कर यूपी में नीदरलैंड की कंपनियों के निवेश को लेकर अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान योगी ने डच प्रतिनिधियों को यूपी में सुगम और सुरक्षित निवेश का भरोसा दिलाया. मार्टिन ने कहा कि '1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी' बनने की राह पर चल पड़े यूपी में कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं. निवेश के माध्यम से डच कंपनियां इन संभावनाओं को हकीकत में तब्दील करेंगी.
इस दौरान योगी ने नीदरलैंड सरकार का आभार जताते हुए कहा कि कंट्री पार्टनर के तौर पर जीआईएस-23 से नीदरलैंड के जुड़ने से यूपी के साथ सहभागिता और मजबूत होगी. योगी ने यूपी में कृषि, डेयरी एवं खाद्य प्रसंस्करण सहित अन्य क्षेत्रों में व्याप्त असीम संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यूपी में देश के कुल क्षेत्रफल का 11 प्रतिशत भूभाग है. इसके बावजूद देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में यूपी की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है. योगी ने कहा कि इस लिहाज से खाद्य प्रसंस्करण के मामले में यूपी, निवेश का सबसे बेहतर केंद्र है.
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सीएम योगी ने कहा कि बीते 6 सालों के दौरान यूपी में कृषि के क्षेत्र में 23 लाख हेक्टेयर भूमि की अतिरिक्त सिंचन क्षमता को बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि गन्ना, आलू और दूध उत्पादन के मामले में यूपी देश में पहले स्थान पर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था, अच्छी रोड कनेक्टिविटी और अबाध बिजली आपूर्ति की सुविधा के साथ पर्याप्त 'लैंडबैंक' हैं. इस कारण खाद्य प्रसंस्करण, फल एवं सब्जी उत्पादन एवं डेयरी सहित अन्य कृषि उत्पादों का यूपी में बेहतर बाजार है, इसलिए यूपी में इन क्षेत्रों में निवेश करना सुगम और सुरक्षित हो गया है.
मार्टिन ने योगी को बताया कि नीदरलैंड की कंपनियों ने खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा और मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में निवेश के करार किए हैं. इन्हें जल्द जमीन पर उतारा जाएगा. उन्होंने कहा कि नीदरलैंड, यूपी की समृद्धि का हमराही बनने के लिए तत्पर है. इसी मकसद से डच कम्पनियां यूपी में दीर्घकालिक निवेश के लिए उत्सुक हैं.
उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा, औद्योगिक इकाईयों से निकले गंदे पानी से बायो गैस बनाने, सौर ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण तथा मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में डच कंपनियों ने यूपी में निवेश करने की पहल की है. मार्टिन ने कहा कि नीदरलैंड के सहयोग से यूपी में डेयरी फार्मिंग को सतत रूप से लाभकारी बनाने पर काम किया जाएगा. इससे किसानों की आय में इजाफा हो सकेगा.
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