यूपी में धार्मिक नगरी वाराणसी से अब दुनिया को मिलेट्स यानी मोटे अनाज यानी श्री अन्न के महत्व का संदेश भी दिया जाएगा. वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में योगी सरकार की पहल पर अब मोटे अनाज से बने लड्डू का प्रसाद अब उपलब्ध है. असल में भारत की पहल पर इस साल 2023 को संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर दुनिया भर में 'मिलेट्स वर्ष' के रूप में मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलेट्सस कई तरह के पोषक तत्वों से युक्त होने के कारण मिलेट्स के इस्तेमाल को अपने भोजन में बढ़ाने की विश्व समुदाय से लगातार अपील कर रहे हैं.
इस साल केंद्रीय बजट में मिलेट्स को 'श्री अन्न' नाम दिया गया है. वहीं योगी सरकार ने भी इसे बढ़ावा देने के लिए बजट में इसके लिए अलग से प्रावधान किया है. योगी सरकार के आह्वान पर श्री अन्न से बने प्रसाद की बिक्री काशी विश्वनाथ धाम में शुरू कर दी गई है. वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा काशी विश्वनाथ धाम के लिए मिलेट्स का प्रसाद बनवाया गया है. इसका नाम 'श्री अन्न प्रसादम' है. मोटे अनाज से बने प्रसाद की बिक्री मंदिर परिसर से शुरू की गई है.
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वाराणसी के स्वरोजगार उपायुक्त दिलीप सोनकर ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से पहले से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रसाद बना रही थीं. इस समूह की महिलाओं ने अब 'श्री अन्न प्रसादम' भी बनाना शुरू कर दिया है. सोनकर ने बताया कि श्री अन्न प्रसादम की कीमत, मंदिर परिसर में पहले से बिक रहे प्रसाद के बराबर ही है. उन्होंने दावा किया कि मंदिर में मिल रहे श्री अन्न प्रसादम की शुद्धता का विशेष ध्यान रखा गया है.
श्री अन्न प्रसादम बना रही स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष सुनीता जायसवाल ने बताया कि बाजरा, गुड़, तिल, काजू, बादाम, शुद्ध घी और खोवा से श्री अन्न प्रसादम के लड्डू बनाए जा रहे हैं. जायसवाल ने बताया कि अभी 100 व 200 ग्राम के लड्डू के पैकेट बाबा के दरबार में प्रसाद के रूप चढ़ाने के लिए भक्तों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
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