देश में गेहूं के दाम में नरमी लाने के लिए फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की गेहूं बिक्री जारी है. इस बिक्री में पहले से तेजी भी आई है. यही वजह है कि खुले बाजार में गेहूं और आटा का भाव नीचे आया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, गेहूं नीलामी के छठे राउंड में बुधवार को एफसीआई ने सबसे अधिक 4.91 लाख टन गेहूं की बिक्री की है. यूं कहें कि कुल बिक्री का तकरीबन 46 परसेंट हिस्सा बुधवार की नीलामी में बेची गई है. गेहूं के बढ़ते दाम को कम करने के लिए सरकार ने खुले बाजार में 45 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया है. इसकी बिक्री चल रही है.
सरकार ओपन मार्केट सेल स्कीम यानी कि OMSS के तहत खुले बाजार में गेहूं बेच रही है. पिछले 45 दिनों में 34 लाख टन गेहूं की बिक्री हो चुकी है. गेहूं की कमी को देखते हुए सरकार ने ओपन मार्केट सेल स्कीम की शुरुआत की है जिसके बाद खुले बाजार में दाम में कमी आई है. गेहूं बिक्री की ई-नीलामी के छठे राउंड में 970 व्यापारियों ने हिस्सा लिया. छठे राउंड में सरकार ने गेहूं के लिए 2214 रुपये की कीमत तय की है जबकि पांचवें राउंड में यह दर 2197.91 रुपये निर्धारित थी.
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सरकार हर राउंड के लिए गेहूं की निश्चित मात्रा तय करती है. उसके लिए रेट भी निर्धारित की जाती है. गुजरात में जहां फरवरी के पहले हफ्ते से गेहूं की उपज निकलने लगी, वहां एफसीआई ने छठे राउंड के लिए निर्धारित 35,000 टन का एक चौथाई हिस्सा ही बेचा है. यानी गुजरात में एफसीआई के गेहूं की मांग धीरे-धीरे घट रही है क्योंकि किसानों की उपज घर और बाजार में पहुंचने लगी है.
एक सवाल ये उठ रहा है कि जब गेहूं की आवक शुरू हो गई है, तो क्या ओपन मार्केट सेल स्कीम आगे जारी रहेगा? ओमएसएस में गेहूं बिक्री होने से बाजार में होलसेल और मिल के आटे का भाव गिरा है. हालांकि खुदरा बाजार में दाम अब भी चिंता का विषय बना हुआ है. इसे देखते हुए एक्सपर्ट कहते हैं कि सरकार ओएमएसएस को जारी रख सकती है ताकि गेहूं और आटा का भाव घटाया जा सके. अभी ओएमएसएस के तीन राउंड बचे हुए हैं जिसमें सरकार गेहूं के अत्यधिक खर्च वाले राज्यों में 10 से 11 लाख टन गेहूं बेच सकती है.
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सूत्रों का कहना है कि राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने के बावजूद ओएमएसएस के तहत खुले बाजार में एफसीआई गेहूं बेचना जारी रखेगा. 'बिजनेसलाइन' की रिपोर्ट बताती है कि तमिलनाडु और तेलंगाना में ओएमएसएस के पिछले दो राउंड में 100 फीसद तक गेहूं की बिक्री हो चुकी है जबकि कर्नाटक में पांचवें राउंड में बिक्री पूरी हुई और छठे राउंड में 96 परसेंट गेहूं की बिक्री पूरी की गई.