रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की सरकारी खरीद के लिए तैयारियां जोरों पर हैं. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में किसानों को सरकारी केंद्रों पर बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी दाम पर खरीद इस बार 15 दिन पहले शुरू होने जा रही है. इसके लिए मंडल और जिलावार अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं. जिलों में खरीद केंद्रों की लिस्ट भी जारी की जा रही है, जहां पर किसान अपनी उपज को 150 रुपये बढ़े न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पर बेच सकते हैं.
उत्तर प्रदेश में गेहूं की खरीद इस बार 1 मार्च से शुरू हो रही है. बीते साल 15 मार्च से सरकारी खरीद शुरू हुई थी. इस हिसाब से इस बार सरकार गेहूं की खरीद में तेजी के संकेत दिए हैं. रबी सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर गेहूं की बंपर बुवाई किसानों ने की है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष लगभग 324.38 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गई है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 315.63 लाख हेक्टेयर की तुलना में करीब 9 लाख हेक्टेयर अधिक है.
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार राज्य में गेहूं खरीद के लिए मंडल और जिलों के हिसाब से सरकारी खरीद केंद्र बनाए जा रहे हैं. इस बार करीब 7 हजार खरीद केंद्रों पर किसान अपनी गेहूं उपज की बिक्री कर सकेंगे. गेहूं की खरीद 15 जून 2025 तक चलेगी. इस बार केंद्र सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी में 150 रुपये प्रति क्विंटल दाम बढ़ा दिया है, जिसके बाद किसानों को गेहूं का 2425 रुपये प्रति क्विंटल दाम मिलेगा.
आजमगढ़ मंडल में रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं खरीद के लिए 165 केंद्र बनाए गए हैं. इन क्रय केंद्रों पर 1 मार्च से गेहूं खरीद शुरू होगी. किसानों से समर्थन मूल्य 2,425 प्रति कुंतल की दर से गेहूं की खरीद की जाएगी.
आजमगढ़ जिले में 70, बलिया में 67 व मऊ में 31 क्रय केंद्रों बनाए जा रहे हैं.
जनपद कौशांबी में रबी विपणन वर्ष 2025-26 में किसानों की प्रमुख उपज गेहूं की खरीद 1 मार्च से 21 क्रय केंद्रों पर एकसाथ शुरू हो जाएगी.
जनपद मथुरा में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए 68 क्रय केंद्रों को अनुमोदित कर दिया गया है.
सहारनपुर में खाद्य विभाग ने गेहूं खरीद की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके लिए जनपद में 86 क्रय केंद्र खोले गए हैं.