UP News: योगी सरकार की बड़ी पहल, 16 जिलों में बनेंगे गोदाम, किसानों को मिलेगी राहत

UP News: योगी सरकार की बड़ी पहल, 16 जिलों में बनेंगे गोदाम, किसानों को मिलेगी राहत

UP News: योगी सरकार की यह योजना किसानों की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है. इससे न केवल किसान आत्मनिर्भर बनेंगे, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. आधुनिक भंडारण व्यवस्था से कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हो रही है.

Yogi government's big announcement for farmersYogi government's big announcement for farmers
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jun 02, 2025,
  • Updated Jun 02, 2025, 7:24 PM IST

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों की भलाई के लिए एक बड़ी योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत प्रदेश के 16 जिलों में 24 बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के माध्यम से 500 से 1000 मीट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम बनाए जा रहे हैं. यह योजना विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना का हिस्सा है. फसलों की कटाई के बाद उसे सही तरीके से रखना यह न सिर्फ किसानों के लिए बल्कि सरकार के लिए भी बड़ी चुनौती है. बारिश, कीट, आदि के दर किसानों को हमेशा रहता है. जिसके लिए सही भंडारण का होना बेहद जरूरी है. 

क्यों जरूरी हैं ये गोदाम?

किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या होती है अपनी फसल को सुरक्षित तरीके से स्टोर करना. भंडारण की सुविधा न होने के कारण उन्हें मजबूरी में कम कीमत पर फसल बेचनी पड़ती है. लेकिन अब ये समस्या दूर होगी. इन गोदामों की मदद से किसान अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख पाएंगे और बाजार में सही समय पर अच्छे दाम पर बेच सकेंगे.

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किन जिलों में बनेंगे गोदाम?

यह योजना उत्तर प्रदेश के इन 16 जिलों में लागू की जा रही है जिसमें लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, बहराइच, रायबरेली, एटा, मथुरा, फर्रुखाबाद, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर, महाराजगंज, कुशीनगर, जालौन, पीलीभीत और झांसी शामिल है. इन जिलों के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा और भंडारण की सुविधा उनके नजदीक उपलब्ध होगी.

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क्या होंगे किसानों को फायदे?

  • फसल बेचने की जल्दबाज़ी नहीं- किसान अब बिना दबाव के उचित समय पर अपनी उपज बेच सकेंगे.
  • उचित मूल्य मिलेगा- बाजार में अच्छे दाम मिलने तक किसान अपनी फसल सुरक्षित रख सकेंगे.
  • बिचौलियों की भूमिका खत्म- गोदाम से सीधे बिक्री होने पर किसान और खरीदार के बीच पारदर्शिता बढ़ेगी.
  • रोजमर्रा की वस्तुओं का भंडारण और विक्रय बेहतर- इन गोदामों का उपयोग सिर्फ अनाज के लिए नहीं, बल्कि अन्य रोज़मर्रा की वस्तुओं के लिए भी होगा.

अनाज बेचने में आएगी पारदर्शिता

इन बहुउद्देशीय गोदामों से न सिर्फ भंडारण बेहतर होगा, बल्कि कृषि उत्पादों और जरूरी वस्तुओं को बेचने में भी पारदर्शिता आएगी. इससे बाजार व्यवस्था मजबूत होगी और किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा.

ग्रामीण क्षेत्रों की आपूर्ति होगी आसान

इन गोदामों की मदद से गांवों में रोजमर्रा की जरूरतों की चीज़ों की आपूर्ति सुचारु रूप से की जा सकेगी. इससे ग्रामीण जनता को भी सीधा फायदा मिलेगा.

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