तेलंगाना सरकार दुर्घटना में मरने वाले खदान श्रमिकों के खाते में सीधे पांच लाख की बीमा सहायता जमा करेगी. खदान में काम करने वाले मजदूरों को बड़ी राहत देते हुए केसीआर ने मुख्य सचिव को यह आदेश दिया है. बता दें मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने रायथू बीमा की तर्ज पर पत्थर खदान मजदूरों के लिए बीमा योजना लागू करने का फैसला किया है. खदान मजदूर की दुर्घटना में मौत होने पर उसके परिवार को सीधे खाते में 5 लाख रुपये की बीमा सहायता राशि जमा कराने की दिशा में सरकार जल्द ही कदम उठाएगी. राज्य के आबकारी मंत्री वी. श्रीनिवास गौड़ और वित्त मंत्री हरीश राव ने सीएम केसीआर को निर्देश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर बीमा का पैसा सीधे उनके खाते में डाल दिया जाएगा. सीएम केसीआर ने राज्य के आबकारी मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ और वित्त मंत्री हरीश राव को संबंधित प्रक्रियाएं तैयार करने का आदेश दिया है. इसको लेकर डॉ. बीआर अंबेडकर ने मंगलवार को तेलंगाना सचिवालय में इस संबंध में समीक्षा बैठक की.
इस बैठक में राज्य के आबकारी मंत्री वी. श्रीनिवास गौड़ और वित्त मंत्री हरीश राव उपस्थित थे. इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि दुर्घटनावश फिसलने के कारण लोगों की जान जाती है उनके परिवार की जिम्मेदारी सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए. दुर्भाग्यपूर्ण ऐसी परिस्थितियों में मारे गए श्रमिकों के परिवारों का समर्थन करना अब हमारी जिम्मेदारी है.
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रायथु बीमा के तहत किसान की मृत्यु होने पर सरकार पांच लाख रूपए की सहायता देती है, खदान श्रमिकों को इसी तर्ज पर बीमा राशि मिलेगी. सीएम ने कहा कि हालांकि अनुग्रह राशि पहले से ही दी जा रही है, लेकिन पीड़ितों को राशि मिलने में देरी हो रही है. इस संदर्भ में सरकार ने एक सप्ताह के भीतर दुर्घटना पीडित व्यक्ति को बीमा राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री केसीआर ने सरकार के मंत्रियों और मुख्य सचिव को इस संबंध में कार्रवाई करने के निर्देश जारी किया है.