प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी, सोमवार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) की 13वीं किस्त जारी करेंगे. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक 8 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में सीधे 16,800 करोड़ रुपये जमा किए जाएंगे. इस बार पैसा कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित एक कार्यक्रम से ट्रांसफर होगा. इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहेंगे. पहले देश के करीब 11 करोड़ किसानों को पैसा मिलता था, लेकिन, बाद में करीब पौने तीन करोड़ लोगों की छंटनी कर दी गई क्योंकि, उनका रिकॉर्ड नहीं ठीक था. उनके लैंड रिकॉर्ड और आधार का वेरिफिकेशन नहीं हुआ था.
इस कार्यक्रम में पीएम-किसान और जल जीवन मिशन के लाभार्थी जुटेंगे. किसान चाहें तो दोपहर तीन बजे होने वाले इस कार्यक्रम में ऑनलाइन भी जुड़ सकेंगे. जो किसान भाई-बहन या अन्य लोग इस कार्यक्रम को लाइव देखना चाहते हैं, वे इस साइट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं या फिर दूसरी साइट पर लाइव इवेंट देखने के लिए ट्यून इन कर सकते हैं.
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योजना के तहत 11वीं किस्त पिछले साल मई और 12वीं किस्त अक्टूबर में दी गई थी. 11वीं किस्त के बाद उसके बाद अपात्र किसानों की छंटनी कर दी गई थी. ई-केवाईसी न करवाने वालों को भी पैसा नहीं मिलेगा. योजना की 13वीं किस्त जारी करने के साथ, सरकार ने भारत के किसानों का समर्थन करने और उनकी आजीविका के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखा है. पीएम-किसान योजना ने पहले ही देशभर के किसानों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान किया है, और यह नई किस्त उनकी आय को और बढ़ाएगी और कृषि क्षेत्र के विकास में योगदान देगी. यह पैसा रबी सीजन की फसलों की कटाई के वक्त आ रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में पीएम-किसान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना का उद्देश्य देशभर के सभी भूमिधारक किसान परिवारों को खेती योग्य भूमि के साथ निर्धारित मापदंडों के अधीन आय सहायता प्रदान करना है. योजना के तहत, प्रति वर्ष 6,000 रुपये की राशि 2,000 रुपये की तीन किस्तों में सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जारी की जाती है. देश में सभी भूमिधारक किसान परिवार कुछ मानदंडों के अधीन पीएम किसान के तहत पात्र हैं. अब किसान इस योजना के पैसे को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
अब तक, 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों, मुख्य रूप से छोटे और सीमांत, को 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि वितरित की जा चुकी है. विशेष रूप से, कोविड लॉकडाउन के दौरान इन जरूरतमंद किसानों की मदद के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये कई किस्तों में बांटे गए. इस योजना ने तीन करोड़ से अधिक महिला लाभार्थियों को भी लाभान्वित किया है, जिन्होंने सामूहिक रूप से 53,600 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त किए हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि आजादी के बाद पहली बार किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट पैसा भेजा जा रहा है. इस पहल ने ग्रामीण आर्थिक विकास को गति दी है, किसानों के लिए ऋण की कमी को कम किया है और कृषि निवेश को बढ़ावा दिया है. यह छोटे किसानों के लिए बड़ा सहारा है. इसने किसानों की जोखिम लेने की क्षमता में भी वृद्धि की है. पीएम किसान फंड कृषि जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहा है.
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