बगैर खेतिहर किसानों को मशरूम किट दे रही है सरकार, अभी करें ऑनलाइन आवेदन

बगैर खेतिहर किसानों को मशरूम किट दे रही है सरकार, अभी करें ऑनलाइन आवेदन

मशरूम की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा है. इसी को लेकर बिहार सरकार राज्य में बगैर खेतिहर किसानों को मशरूम किट दे रही है. मशरूम की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए बिहार सरकार मशरूम किट योजना चला रही है. इस योजना का लाभ लेने के लिए राज्यों के युवाओं को ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

मशरूम किट दे रही है सरकारमशरूम किट दे रही है सरकार
संदीप कुमार
  • Noida,
  • Jul 12, 2024,
  • Updated Jul 12, 2024, 1:11 PM IST

देश में आजकल मशरूम की मांग बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है. इसकी वजह ये है कि अलग-अलग व्यंजनों में मशरूम का इस्तेमाल किया जाता है. खासकर शाकाहारी लोग इसे अधिक पसंद करने लगे हैं. इसके पौष्टिक गुणों और बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए बिहार सरकार भी मशरूम की खेती को बढ़ावा दे रही है. बता दें कि कम लागत और कम जगह में मशरूम की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है. ऐसे में बिहार सरकार बगैर खेतिहर किसानों के लिए मशरूम किट योजना चला रही है. इससे जुड़कर राज्य के युवक, युवतियां और महिलाएं रोजगार का साधन खड़ा कर सकते हैं. इस योजना के तहत सरकार की ओर से बंपर सब्सिडी दी जाएगी. साथ ही इस योजना का लाभ प्रशिक्षित युवाओं, युवतियों को ही मिलेगा. आइए जानते हैं कैसे उठा सकते हैं लाभ.

पहले आवेदन प्रक्रिया, फिर किट

मशरूम किट योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक लोगों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसको लेकर सहायक निदेशक उद्यान ने बताया कि इस योजना से जुड़कर लाभ लेने के लिए उद्यान विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा. आवेदन के साथ मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र, किसान रजिस्ट्रेशन, पासपोर्ट साइज फोटो देना होगा.

ये भी पढ़ें:- धान के मोथा को जड़ से खत्म करती हैं ये 5 दवाएं, किसान किसी भी एक का कर सकते हैं प्रयोग

एक किट पर इतनी सब्सिडी

इस योजना के तहत बिहार के बेरोजगार युवाओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर है. इसमें उनको 90 प्रतिशत सब्सिडी पर का मशरूम किट मिलेगा, जिसे लेकर वो मशरूम उत्पादन का काम शुरू कर सकते हैं. सहायक निदेशक उद्यान ने बताया कि सरकार की ओर से इच्छुक प्रशिक्षित बगैर खेतिहर किसानों और अन्य लोगों को 90 प्रतिशत सब्सिडी पर मशरूम का किट दिया जाएगा. आपको बता दें कि एक मशरूम किट पर 60 रुपये की लागत आती है. इस तरह 90 प्रतिशत सब्सिडी मिलने पर 54 रुपये सरकार की ओर से दिया जाएगा. यानी मात्र 6 रुपये में कीट ले सकते हैं.

उत्पादन में कम रहता है जोखिम

मशरूम का उत्पादन एक छोटे से कमरे में भी किया जा सकता है. इसके लिए खेत की आवश्यकता नहीं पड़ती है. यही वजह है कि इसमें प्राकृतिक आपदा का जोखिम न के बराबर रहता है. जिनके पास खेतिहर भूमि नहीं है, वह भी एक छोटे से कमरे में मशरूम का उत्पादन कर सकते हैं. कम लागत, कम जगह और कम समय में मशरूम का उत्पादन कमाई का बेहतर जरिया साबित हो रहा है. इसलिए पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर इस योजना का लाभ आवेदकों को दिया जाएगा.

MORE NEWS

Read more!