सरकारी स्कूलों में बच्चे पढ़ाई बच्चे में ही न छोड़ दें, इससे बचने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने बच्चों के लिए स्कूल में Mid Day Meal देने सहित तमाम ऐसी गतिविधियां शुरू की हैं, जिससे बच्चों को स्कूल में ज्यादा से ज्यादा समय तक रहना रुचिकर लगे. इस दिशा में देश भर में चल रहे पुष्टाहार अभियान के तहत बच्चों को दोपहर का खाना दिया जा रहा है. छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने Mid Day Meal में बच्चों को पौष्टिक खाना देने के साथ अब पौष्टिक नाश्ता भी देने की शुरुआत कर दी है. जश्न-ए-आज़ादी के मौक़े पर राज्य सरकार ने इस मुहिम को Pilot Project के रूप में आदिवासी बहुल कोरबा जिले से शुरू कर दिया. सरकार की ओर से भरोसा दिलाया गया है कि आने वाले समय में सरकारी स्कूलों के बच्चों को दोपहर के खाने के अलावा Breakfast भी देने का दायरा बढ़ाया जाएगा.
राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन की पहल पर शासकीय स्कूलों में मिड डे मील से पहले बच्चों को नाश्ता भी देने की शुरुआत हुई है. स्वयं देवांगन ने इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट का आगाज किया.
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गौरतलब है कि New Education Policy में मिड डे मील के साथ सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों को निशुल्क नाश्ता भी मुहैया कराने का प्रावधान किए जाने का प्रस्ताव है. इस प्रस्ताव को अमल में लाते हुए छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों को विद्यालय पहुंचते ही Nutrition से भरपूर नाश्ता देना प्रारंभ हो गया है. इस मुहिम को शुरू करने के लिए पिछले महीने देवांगन ने इस विषय में पत्र लिख कर बच्चों को नाश्ता देने की पहल की थी. कोरबा जिला प्रशासन ने इसे अमल में लाने की सहमति देते हुए सोमवार से इस काम को शुरू कर दिया.
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इस मुहिम के शुरू होने से कोरबा जिले में 40 हजार से अधिक बच्चों को मध्यान्ह भोजन के साथ सुबह के नाश्ते की भी सौगात मिलेगी. देवांगन ने कहा कि बच्चों को स्कूल में पौष्टिक भोजन और नाश्ता मिलने से उनका मानसिक और शारीरिक विकास तेजी से हो सकेगा.
उन्होंने कहा कि इस योजना के पहले चरण में कोरबा के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के 409 प्राथमिक और 141 पूर्व माध्यमिक विद्यालय, कोरबा विकासखंड के 71 प्राथमिक, 38 पूर्व माध्यमिक विद्यालय, कटघोरा विकासखंड के 45 प्राथमिक और 16 पूर्व माध्यमिक शाला में बच्चों को मिड डे मील के अलावा पौष्टिक नाश्ता भी देने की शुरूआत हुई है. इससे शुरू में इलाके के 40 हजार बच्चों को लाभ मिलेगा.