हिमाचल सरकार में मंत्री जगत सिंह नेगी CII के छठे हिमाचल प्रदेश एप्पल कॉन्क्लेव में शामिल हुए. इस दौरान बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बाहरी देशों से सेब आयात के मामले पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि पीएम मोदी हर चुनाव में हिमाचल के सेब की तारीफ़ करते हैं, लेकिन अफगानिस्तान के रास्ते बड़ी मात्रा में सेब भारत पहुंच रहा है. जगत सिंह नेगी ने कहा कि इस कॉन्क्लेव से किसान, उद्यमी और कृषि वैज्ञानिकों को विचार के लिए खुला मंच मिला है. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि CII की ओर हिमाचल प्रदेश एप्पल कॉन्क्लेव की छठे संस्करण का आयोजन किया गया. इस कॉन्क्लेव के जरिए प्रदेश में बागवानी के विकास के लिए चर्चा हुई.
इस दौरान बाहरी देशों से सेब आयात को लेकर बागवानी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के समय हिमाचल के सेब की खूब तारीफ करते हैं. 42 देशों से सेब भारत में आयात होता है. अफगानिस्तान के रास्ते सबसे ज्यादा सेब देश में आता है, जिसपर रोक लगाई जानी चाहिए. लेकिन, वर्तमान सरकार ने वाशिंगटन से सेब पर 'आयात कर' घटा कर 70 से 50 फ़ीसदी कर दिया गया. जगत सिंह ने कहा कि हिमाचल के अलावा जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और अब नॉर्थ ईस्ट के प्रदेशों में भी सेब होने लगा है. देश के बागवानों को प्रोटेक्ट करने की जरूरत है.
CII के वाइस चेयरमैन एचपी संजय सूरी ने कहा कि CII की ओर से हर वर्ष की तरह छठे हिमाचल प्रदेश एप्पल कॉनक्लेव का आयोजन किया गया. इस कॉन्क्लेव के जरिए CII ने प्रदेश के भगवानों की समस्याओं को जाने का प्रयास किया और CII इन्हें प्रदेश और केंद्र सरकार के समक्ष उठाएगी. CII चेयरमैन एचपी संजय सूरी ने कहा कि CII तुर्की से आने वाली से आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री से मुलाकात करेगा और उन्हें इस बारे में एक प्रस्ताव दिया जाएगा.
वहीं, कार्यक्रम में शामिल हुए बागवानों ने कहा कि CII की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बागवानों ने अपनी समस्याओं को उठाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बागवान की उतनी मदद नहीं कर पा रही है, जितनी करनी चाहिए. बीती सरकार के समय बागवानों ने ड्रिप इरीगेशन का मुद्दा उठाया था. इसके बाद ड्रिप इरीगेशन पर 80 फीसदी सब्सिडी मिली. मगर वर्तमान सरकार सब्सिडी में अपना हिस्सा नहीं दे पा रही है, जिससे बागवानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी विभिन्न मुद्दों को इस कॉन्क्लेव में उठाया गया. मालूम हो कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव के दौरान तुर्की के पाकिस्तान को खुले समर्थन के बाद भारत के व्यापारी और आम लोग तुर्की के सेब, टाइल्स और अन्य सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं. तुर्की के सेब का आयात बंद करने की मांग काफी जोर पकड़ रही है.