केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र विदिशा के प्रवास पर थे. इस दौरान वे त्रयोदशी के अवसर पर बाढ़ वाले गणेश मंदिर पहुंचे और परिवार सहित दर्शन-पूजन कर देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की. शिवराज सिंह और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह ने मंदिर परिसर में कन्याभोज का आयोजन भी किया और श्रद्धापूर्वक कन्याओं का पूजन किया. प्रवास के दौरान शिवराज सिंह ने जनता से तीन महत्वपूर्ण संकल्प लेने का आह्वान किया. उन्होंने नशामुक्त जीवन अपनाने, स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और पंजाब में आई भीषण बाढ़ से जूझ रहे लोगों की सेवा और सहयोग के लिए सभी से आगे आने की अपील की.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश के कई राज्यों में इस समय भीषण बाढ़ आई हुई है और पंजाब गंभीर संकट से गुजर रहा है. उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हम सबको आगे बढ़कर पंजाब सहित बाढ़ पीड़ित भाई-बहनों की सेवा करनी चाहिए और संकट की इस घड़ी में उनका सहयोग करना चाहिए. उन्होंने दूसरा संकल्प देशवासियों को स्वदेशी अपनाने का दिलाया. चौहान ने कहा कि हमारे देश में बने उत्पाद ही हमारी अर्थव्यवस्था और रोजगार का आधार हैं. हमें संकल्प लेना चाहिए कि देश के लिए जिएं और अपने देश में बनी चीजों का उपयोग करें, यही सच्चे अर्थों में राष्ट्रसेवा है. वहीं, तीसरी अपील उन्होंने नशामुक्ति के लिए की. केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि नशा नाश की जड़ है, यह शरीर, परिवार और बुद्धि को बर्बाद कर देता है इसलिए सभी लोग संकल्प लें कि जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे. स्वस्थ शरीर ही धर्म और कर्तव्य पालन का आधार है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, विदिशा प्रवास के दौरान अपने खेत में भी पहुंचे. उन्होंने वहां टमाटर, शिमला मिर्च और धान सहित सब्जियों की फसलों का जायज़ा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सब्ज़ियों की देखभाल बच्चों की तरह करनी पड़ती है.
पौधों में किसी भी प्रकार का रोग या वायरस न लगे, इसके लिए सतत सावधानी बेहद आवश्यक है. किसानों को संदेश देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि यदि फसल में किसी रोग के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत कृषि विशेषज्ञ से सलाह लेकर उपचार करें. इससे नुकसान से बचा जा सकता है, उत्पादन बेहतर होगा और किसानों को अधिक लाभ मिलेगा.