
गुजरात की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, पंचमहाल के प्रभावशाली नेता और विधानसभा के उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) जेठाभाई अहीर (भरवाड़) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. शहेरा विधानसभा सीट से लगातार जीत हासिल करने वाले और भाजपा के मजबूत नेताओं में गिने जाने वाले जेठाभाई के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में कई तरह की बहसें छेड़ दी हैं. वे वर्तमान में NAFED के चेयरमैन हैं. जेठाभाई सहकारी क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं और पहले भी कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं. उन्होंने अपने एक पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन NAFED के चेयरमैन पद पर बने हुए हैं.
आज दोपहर 12.30 बजे वह विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी के घर पर पहुंचे और उन्होंने इस्तीफा दिया. उस वक्त उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, भाजपा अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा और संगठन महामंत्री रत्नाकर मौजूद थे. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में विधानसभा में भाजपा के चेहरों में बदलाव होगा. इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि मैंने अपनी मरजी से इस्तीफा दिया है, अभी कई सहकारी संस्थाओं में भाजपा की वजह से काम कर रहा हूं और वहां बड़ी जिम्मेदारी है.
नाफेड के चेयरमैन के तौर पर अभी काम कर रहा हुं और वहां पर किसानों के लिए ज्यादा वक्त दे पाऊं इसकी वजह से यह फैसला लिया है. सरकार के कृषि मंत्री जीतू वघानी कहा कि वह हमारे वरिष्ठ नेता है और उनके अनुभव का लाभ हमें मिल रहा है. वह अभी पंचमहाल डेयरी में चेयरमैन है इसके अलावा नाफेड के भी चेयरमैन है. वैसे में उनके पास बड़ी जिम्मेदारी है. उनके इस्तीफे को विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है.
गुजरात में 2 महीने पहले मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ जिससे ठीक पहले प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष भी मिला था. जिसके बाद अभी तक संगठन की टीम घोषित नहीं हो पाई है. माना जा रहा है कि संगठन को ध्यान में रखकर यह इस्तीफा हुआ है. इसके बाद बाकी टीम में भी बदलाव होने की संभावना है. जब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तब सभी छोटी-बडी जातियों का समावेश कर दिया गया था जिसके बाद उपाध्यक्ष और बाकी पदों पर भी बदलाव होने थे जिसकी शुरुआत आज हुई है.
जेठाभाई भरवाड़ पांच बार से विधायक हैं और वर्तमान में पंचमहाल जिले की शेहरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वे 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद उपाध्यक्ष बने थे. इसके अलावा वह पंचमहाल डेयरी के अध्यक्ष भी हैं जो सहकारी क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है. जेठाभाई की उम्र 74 साल हो चुकी है. उन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की हुई है. पेशे से वो किसान और पशुपालक हैं लेकिन राजनीति में भी अच्छी दखल रखते हैं. वो गुजरात स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन से जुड़े हुए हैं. (बृजेश दोशी की रिपोर्ट)