किसान आंदोलन को लेकर अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के विवादित बयान के बाद किसान संगठनों में भारी गुस्सा है. जबकि, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत दूसरे राजनीतिक दलों ने सांसद के बयान की निंदा की है और भाजपा से कार्रवाई करने की मांग की है. हरियाणा के कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है? उन्होंने सवाल किया कि देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं?
हिमाचल के मंडी से सांसद कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन पर कहा कि वहां हिंसा हुई, हत्याएं हुईं और दुष्कर्म हुए. कंगना के इस बयान के बाद किसान संगठनों में भारी नाराजगी हो गई है. वहीं, पंजाब हरियाणा के कांग्रेस नेताओं ने कंगना को आड़े हाथों लेते हुए सरकार से कहा है कि उन पर एनएसए लगाया जाए.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कंगना के बयान पर कंगना के बीमार होने का तंज कसते हुए गेट वेल सून लिखा. सुरजेवाला ने सोशल प्लेटफॉर्म पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है? भाजपा ने तो हमेशा हमारे अन्नदाताओं पर झूठ, फरेब, साजिश और अत्याचार किया है. एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर बीजेपी की सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है.
उन्होंने आगे लिखा कि सवाल ये है कि क्या कंगना ने बीजेपी की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसान पर ये घटिया आरोप लगाया है? क्या कंगना के सिर्फ शब्द थे या फिर कॉपी किसी और ने लिखी है? अगर नहीं तो फिर देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं?
संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक दर्शन पाल ने कहा कि कंगना सांसद हैं, जिम्मेदारी व अकल से बोलना चाहिए. वे माहौल खराब कर रहीं हैं. पहले से परेशान किसानों के जख्मों पर नमक न डालें. आंदोलन इसलिए है क्योंकि सरकारें किसानों को खत्म करने के कानून ला रही हैं. इसके अलावा दूसरे किसान संगठनों के नेताओं ने भी कंगना रनौत के बयान की कड़ी निंदा की है.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेता कुलदीप सिंह ने 'किसान तक' को बताया कि संयोजक सरवन सिंह पंढेर कर्नाटक से लौटते ही सभी मोर्चा और किसान नेता, जत्थेदार बैठकर कंगना के बयान पर एक्शन लेने पर फैसला लेंगे. किसान नेता ने कहा कि भाजपा के लोग पहले ही किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी और न जाने क्या क्या कह चुकी है. किसानों को कोई भी कुछ भी कह रहा है. अब किसान संगठन सीधा एक्शन लेंगे.