मध्य प्रदेश में इन दिनों फसलों के नुकसान होने, यूरिया के लिए किसानों के परेशान होने और केंद्रों पर उनके साथ बदसलूकी और पिटाई करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसे लेकर कांग्रेस राज्य की बीजेपी सरकार पर हमलावर है. ऐसे में बीते दिन जब सीएम मोहन यादव किसान की सोयाबीन फसल का नुकसान देखने पहुंचे तो इसका एक वीडियो सामने आया, जिसपर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता ने एक्स पर सीएम का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- “मुख्यमंत्री जी, आप फोटो, रील्स, वीडियो, मीडिया, हेडलाइन के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं! हो सकता है आपको यही सही/जरूरी लगता है! लेकिन, मुझे लगता है किसान की मदद के लिए सर्वे, खाद, बीज, बीमा, मुआवजा, सही समय पर निर्णय और सरकारी खजाना जरूरी है! कृपया ध्यान दें!”
बता दें कि इससे पहले बीते दिन सीएम मोहन यादव ने झाबुआ के पेटलावद से लाडली बहनों को 28वीं किस्त जारी करने के बाद कांग्रेस नेताओं पर जमकर हमला बोला था. इस दौरान सीएम ने कांग्रेस नेताओं पर प्रदेश की महिलाओं पर शराब से जुड़ी टिप्पणी को लेकर जमकर निधाना साधा था. सीएम ने लोगों से अपील भी की थी कि वे अपने क्षेत्र में कांग्रेस के लोगों को घुसने न दें.
वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अतिवृष्टि और बीमारियों से प्रभावित किसानों को सरकार अकेला नहीं छोड़ेगी. उन्होंने 12 सितंबर को रतलाम जिले की सैलाना तहसील के करिया गांव में खेतों का निरीक्षण कर प्रभावित सोयाबीन फसलों का मुआयना किया.
इस दौरान उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि हर खेत का सर्वे होगा और मुआवजा दिलाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की घड़ी में किसान चिंता न करें, राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है. उन्होंने किसान राधेश्याम पाटीदार और अन्य किसानों से संवाद करते हुए आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी.
खेतों के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसान चौपाल में किसानों से संवाद किया और कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और राज्य सरकार की सहायता राशि से किसानों को राहत मिल रही है.
प्रदेश में 30 लाख किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे और गौशालाओं से खेतों को निराश्रित गायों से होने वाले नुकसान से बचाया जाएगा. मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर को पारदर्शी सर्वे कराने के निर्देश दिए और किसानों की मांग पर ग्राम रियावन से कालूखेड़ा तक सड़क निर्माण की घोषणा भी की.