कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने पर सरकार का ध्यान, अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा

कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने पर सरकार का ध्यान, अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार किसानों के लिए बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है. राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले महीने पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाखों किसानों को 41,000 करोड़ रुपये वितरित किए गए. उन्होंने सहकारी समितियों के माध्यम से समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की मंजूरी का भी उल्लेख किया. प्रमुख पहलों में, मुर्मू ने उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए तिलहन पर राष्ट्रीय मिशन की मंजूरी के बारे में बताया.

She also said that an Indian astronaut would soon travel to space aboard the Gaganyaan mission.She also said that an Indian astronaut would soon travel to space aboard the Gaganyaan mission.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 31, 2025,
  • Updated Jan 31, 2025, 7:55 PM IST

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रही है. संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मुर्मू ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ने 2023-24 में 322 मिलियन टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल किया है. उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य कृषि क्षेत्र में आधुनिकीकरण और आत्मनिर्भरता हासिल करना है." 

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार किसानों के लिए बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है. राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले महीने पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाखों किसानों को 41,000 करोड़ रुपये वितरित किए गए. उन्होंने सहकारी समितियों के माध्यम से समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय की मंजूरी का भी उल्लेख किया. प्रमुख पहलों में, मुर्मू ने उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए तिलहन पर राष्ट्रीय मिशन की मंजूरी के बारे में बताया.

क्या कहा राष्ट्रपति ने?

राष्ट्रपति ने कहा, कृषि अवसंरचना निधि योजना का विस्तार देश भर में कृषि अवसंरचना को मजबूत करने के लिए किया गया है, जिससे ग्रामीण रोजगार पैदा होने की उम्मीद है. सरकार ने रबी और खरीफ दोनों फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में लगातार वृद्धि की है, पिछले दशक में गेहूं, दालों, तिलहन और मोटे अनाज पर तीन गुना अधिक धनराशि खर्च की है.

मुर्मू ने कहा, हाल के घटनाक्रमों में पिछले छह महीनों में किसानों को 109 उच्च उपज वाली क्लाइमेट स्मार्ट और जैव-फोर्टिफाइड बीज किस्में उपलब्ध कराई गई हैं. किफायती डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरकों के लिए अतिरिक्त सब्सिडी के साथ एक विशेष पैकेज की घोषणा की गई है. राष्ट्रपति ने मत्स्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जलीय कृषि को बढ़ावा देने और 2,000 करोड़ रुपये के व्यय के साथ मिशन मौसम की शुरुआत का भी उल्लेख किया, जिससे उन्होंने कहा कि किसानों को लाभ होगा.

मिशन मौसम पर जोर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जनवरी को 'मिशन मौसम' का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य ऑब्जर्वेशन नेटवर्क, बेहतर मॉडलिंग और आर्टिफिशियल लर्निंग एवं मशीन लर्निंग जैसे उन्नत उपकरणों के माध्यम से मौसम की समझ और पूर्वानुमान में सुधार करना है.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 14 जनवरी को जारी आईएमडी के विजन-2047 दस्तावेज के अनुसार, भारत का लक्ष्य 2047 तक गांव और घरेलू स्तर पर सभी प्रकार के गंभीर मौसम का 100 प्रतिशत पता लगाना और ऐसी घटनाओं से होने वाली जान की हानि को शून्य तक कम करना है.(PTI)


 

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