पंजाब के फाजिल्का जिले में बॉर्डर पर स्थित गांव का 23 साल का किसान भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लापता हो गया है. अधिकारियों को संदेह है कि वह अनजाने में सीमा पार कर गया होगा. लापता किसान, खैरे के उत्तर गांव के निवासी अमृतपाल सिंह को आखिरी बार 21 जून को देखा गया था. उस समय वह बीएसएफ की निगरानी में बॉर्डर आउटपोस्ट (बीओपी) राणा के पास बाड़ के पार स्थित अपने खेत की देखभाल करने गया था. सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि सिंह शाम 5 बजे के करीब गेट बंद होने के निर्धारित समय से पहले वापस नहीं लौटा.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बाद में पाकिस्तानी बॉर्डर की तरफ जाते हुए इंसानी पैर नजर आए हैं. इसके बाद अनजाने में सीमा पार करने की संभावना बढ़ गई है. अमीर खास पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर को लिखी एक चिट्ठी में बीएसएफ ने एक एफआईआर दर्ज करने की मांग की है और घटनाओं के क्रम का जिक्र किया है. जिन घटनाओं का जिक्र बीएसएफ की तरफ से किया गया है उनमें सिंह की तरफ से दोपहर के आसपास गेट पार करना भी शामिल है. बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ एक फ्लैग मीटिंग भी की जिन्होंने अधिकारियों के अनुसार किसी अज्ञात व्यक्ति को देखे जाने से इनकार कर दिया है.
किसान अमृतपाल एक शादीशुद शख्स हैं जिनकी तीन महीने की बेटी है. उनके पास भारतीय सीमा पर सीमा बाड़ के पार करीब 8.5 एकड़ कृषि भूमि है. उनके पिता जुगराज सिंह ने बताया कि अमृतपाल उस दोपहर अपनी बाइक से निकले थे, लेकिन शाम को वापस नहीं लौटे. बीएसएफ ने शाम ढलने से पहले उनकी तलाश में तलाशी गेट फिर से खोल दिया लेकिन वे नहीं मिले. गर्मियों के महीनों के दौरान, किसानों को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच बीएसएफ की सख्त निगरानी में कंटीले तारों की बाड़ और अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के बीच की जमीन तक पहुंचने की अनुमति दी जाती है. फाजिल्का, फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर और तरनतारन सहित सीमावर्ती जिलों के कई किसानों की इस क्षेत्र में कृषि भूमि है, जिसे 'जीरो लाइन' के तौर पर जाना जाता है.
परिवार ने अब गृह मंत्रालय और बाकी टॉप अधिकारियों से तुरंत हस्तक्षेप की अपील की है. इस बीच, वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अविनाश राय खन्ना ने केंद्र सरकार से सिंह का पता लगाने और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की अपील की है. शुक्रवार कोखन्ना के ऑफिस की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, अमृतपाल 21 जून को नियमित कृषि कार्य करने के लिए सीमा चौकी (बीओपी) राणा के पास सीमा बाड़ के पार गया था.बॉर्डर गेट बंद होने से पहले वह वापस नहीं लौटा. मामले का संज्ञान लेते हुए खन्ना ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्ठी लिखकर लापता व्यक्ति का पता लगाने और उसके परिवार के पास उसकी सुरक्षित वापसी के लिए तुरंत कार्रवाई करने की अपील है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि भारत सरकार के हस्तक्षेप से अमृतपाल सुरक्षित घर लौट आएगा.
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