19 अप्रैल से 18वीं लोकसभा के लिए चुनावों का आगाज हुआ. 1 जून को सातवें और आखिरी चरण के साथ ये चुनाव अपने अंजाम तक पहुंच गए. 4 जून को चुनावों का नतीजा आ जाएगा और साफ हो जाएगा कि केंद्र में इस बार किसकी सरकार बन रही है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक की तरफ से जीत के अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं. हालांकि चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर समेत कई विशेषज्ञ इस बार भी चुनावों में बीजेपी की जीत बता रहे हैं. बीजेपी ने इन चुनावों में प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. पीएम मोदी समेत पार्टी के तमाम स्टार कैंपेनर्स ने चार राज्यों में जमकर प्रचार किया.
इस साल की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने सदन में 'अबकी बार 400 पार' का नारा देकर पार्टी की रणनीति बयां कर दी थीं. मार्च में जब पीएम मोदी और पार्टी ने चुनाव प्रचार की शुरुआत की तो उसने इसी नारे को बुलंदी किया. पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेताओं ने देशभर में जमकर प्रचार किया. साथ ही बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. वेबसाइट एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और बीजेपी का फोकस देश के चार राज्यों पर सबसे ज्यादा रहा. यूपी, बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी समेत पार्टी के कई नेताओं ने जोर-शोर से प्रचार किया.
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इन्हीं राज्यों में उनकी ज्यादा रैलियां हुईं. मोदी ने यूपी में 31 रैलियां कीं. बिहार में उनकी 20 जनसभाएं हुईं. महाराष्ट्र में पीएम मोदी ने 19 रैलियों को संबोधित किया. जबकि पश्चिम बंगाल में मोदी की 18 रैलियां हुईं. इन राज्यों में लोकसभा की कुल 210 सीटें यानी करीब 50 प्रतिशत सीटें इन्हीं राज्यों से आती हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी को इस बार ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश समेत उत्तर प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं. ये वो राज्य हैं जहां से लोकसभा की कुल 244 सीटें आती हैं.
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अखबार द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी ने कुल 206 जनसंपर्क कार्यक्रम किए और इसके साथ ही उन्होंने साल 2019 का अपना रिकॉर्ड तोड़ दिया. प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनावों के दौरान करीब 145 सार्वजनिक कार्यक्रमों को अंजाम दिया था. इस बार प्रचार का समय 76 दिन था जबकि पांच साल पहले हुए चुनावों में यह अवधि 68 दिनों की थी. अखबार ने पीएमओ के सूत्रों के हवाले से बताया है कि 200 से ज्यादा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने के अलावा पीएम मोदी ने मीडिया को करीब 80 इंटरव्यूज भी दिए.
पीएम मोदी से अलग गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस चुनाव में ज्यादा रैलियां की. शाह ने 221 रैली, रोड शो और दूसरे इवेंट किए और 118 इंटरव्यू भी दिए. वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 23 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा किया और 125 सीटों पर प्रचार के साथ 134 जनसभाएं की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 94 रैलियां और सात रोड शो के साथ प्रचार पूरा किया.