कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल के कोडेंचेरी स्थित एक डेयरी फार्म के दौरे के दौरान डेयरी किसानों से बातचीत की और बताया कि इस दौरान उनकी मुलाकात एक खास गाय से भी हुई, जिसका नाम ‘आलिया भट्ट’ है. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि इस नाम के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट से माफी चाहती हूं, लेकिन वह गाय वाकई बहुत प्यारी थी. प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मुलाकात का वीडियो साझा करते हुए लिखा कि उन्होंने केरल के वायनाड क्षेत्र में एक बेहद प्यारे परिवार द्वारा संचालित डेयरी फार्म का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने किसानों से उनकी समस्याओं पर चर्चा की.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि दुर्भाग्य से डेयरी किसान कई कठिनाइयों से जूझ रहे हैं और उनमें से कई अपने खर्च पूरे नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वे इस मुद्दे पर संबंधित मंत्रालय को पत्र लिखने जा रही हैं, ताकि किसानों की परेशानियों से सरकार को अवगत कराया जा सके. इनमें पशु दवाओं की बढ़ती लागत, बीमा कवरेज की कमी और गुणवत्तापूर्ण पशु आहार की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं शामिल हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि डेयरी किसानों ने धैर्यपूर्वक अपनी समस्याएं साझा कीं और वे हरसंभव मदद करने का प्रयास करेंगी. उन्होंने इन किसानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह अनुभव बेहद सीख देने वाला रहा. हालांकि, अभिनेत्री आलिया भट्ट ने प्रियंका गांधी वाड्रा की पोस्ट पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. वहीं, कांग्रेसी नेत्री और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चूरलमाला-मुंडक्कई भूस्खलन पीड़ितों के लोन माफ करने का आग्रह किया है. पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
एक बयान में पार्टी ने कहा कि प्रियंका ने प्रधानमंत्री को फिर से पत्र लिखकर भूस्खलन पीड़ितों की दुर्दशा के बारे में बताया है, जिन्होंने अपने घर और आजीविका खो दी है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा में किसानों, लघु एवं मध्यम उद्यमों और अन्य सेवा प्रदाताओं की संपत्तियां क्षतिग्रस्त या पूरी तरह से नष्ट हो गईं और कृषि भूमि का एक बड़ा हिस्सा खेती योग्य नहीं रह गया.
इससे पहले, बीते महीने कांग्रेस नेत्री ने वायनाड में उगने वाली नीलांबुर सागौन की बिक्री और प्रोसेसिंग से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की. उन्होंने लिखा, नीलांबुर सागौन दुनिया भर में प्रसिद्ध है. वायनाड की एक बेशकीमती उपज, इसका इस्तेमाल बकिंघम पैलेस, रोल्स रॉयस कारों और अन्य कई चीज़ों में किया गया है. कोनोली प्लांटेशन एशिया का सबसे पुराना ऐसा प्लांटेशन है और यहां से सागौन की हर हफ्ते जनता के लिए नीलामी की जाती है. इन जंगलों के खजाने के बारे में जानकारी देना और सागौन की बिक्री और प्रोसेसिंग कैसे किया जाता है, यह समझना बहुत दिलचस्प था. (पीटीआई के इनपुट के साथ)