कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन करने की अफवाह को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा की पुरजोर वकालत की है. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि 'शैलजा तो कांग्रेसी है'. साथ ही ये भी कहा कि वह अपनी पार्टी से बिल्कुल भी खफा नहीं हैं. क्या दलित नेता कांग्रेस में नजरअंदाज किए जा रहे हैं, इस सवाल के जवाब में सिरसा सांसद शैलजा ने कहा कि हर समुदाय की अपनी अपक्षाएं होती हैं, ये सब राजनीति का ही हिस्सा है.
शैलजा ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "कोई भी किसी का एकमात्र नेता नहीं हो सकता, लेकिन समुदाय देखता है कि उनके नेता के साथ क्या होता है...इसलिए, हर समुदाय की अपनी अपेक्षाएं होती हैं. यह सब राजनीति का हिस्सा है. शामिल (किसी पार्टी में) होना भी राजनीति का हिस्सा है...शैलजा कभी नहीं गई, न जाती है...शैलजा क्यों जाएगी? दिल्ली एक ऐसा केंद्र है जहां बहुत सी अनर्गल बातें होती हैं...लेकिन मेरे राज्य के लोग मुझे अच्छी तरह जानते हैं...शैलजा तो कांग्रेसी है. मैं कांग्रेस से नाराज़ नहीं हूं," शैलजा ने एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा.
"मैं कांग्रेस से नाराज़ नहीं हूं. बहुत सी चर्चाएं होती हैं, और कई स्थितियां आती हैं...ऐसा होता रहता है...सम्मान तो है. इसमें कोई संदेह नहीं है. पद है, सम्मान है. कई बार कुछ ऐसी चीज़ें होती हैं जिससे लोगों को लगता है कि पूरा सम्मान नहीं दिया गया...राजनीति धारणा का खेल है...किसी को भी 100 प्रतिशत टिकट नहीं मिल सकते, यह संभव नहीं होता...यह पार्टी का आंतरिक मामला है...मैं भी पार्टी का हिस्सा हूं और दूसरे भी हैं," उन्होंने कहा.
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इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान कुछ बीजेपी नेताओं ने उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को हवा दी थी. उनका दावा था कि पार्टी उन्हें उचित सम्मान नहीं दे रही है. पार्टी में अंदरूनी कलह की अफवाहों के बीच कांग्रेस में फिर से शामिल हुए अशोक तंवर के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्हें इस फैसले के बारे में पता था. शैलजा ने कहा, "मुझे इसके बारे में पहले ही बता दिया गया था." तंवर 2009 के आम चुनावों में जीतने के बाद सिरसा से कांग्रेस के सांसद थे. वह 2024 के आम चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल हुए और सिरसा से चुनाव लड़ा, लेकिन सीट से कांग्रेस की कुमारी शैलजा से हार गए. तंवर शुक्रवार को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पार्टी नेता राहुल गांधी की रैली में कांग्रेस में शामिल हुए.
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चुनाव से पहले कांग्रेस के किए गए काम पर अपना भरोसा जताते हुए शैलजा ने कहा, "कांग्रेस की स्थिति अभी बहुत अच्छी है. काम हुआ है, राहुल गांधी ने भी काम किया है और कांग्रेस अध्यक्ष ने भी हरियाणा का दौरा किया है. राहुल की यात्रा ने वास्तव में बहुत बड़ा बदलाव किया है." हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा, जिसकी गिनती 8 अक्टूबर को होगी. 2019 के चुनावों में, बीजेपी 40 सीटें हासिल करके सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि कांग्रेस ने 30 सीटें जीतीं (ANI)