किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आह्वान पर आज शनिवार को कई लाख किसान पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर पहुंच गए और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन के 40 दिन से जारी है. उन्होंने कहा कि कोई दमन करके हमें हरा नहीं सकता है. मुझे पूरा भरोसा है कि हम मोर्चा संभालेंगे और हर गांव से ट्रॉली भर किसान मोर्चे पर पहुंचने चाहिए.
सरवन सिंह पंढेर ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने डल्लेवाल को जबरन उठाने की कोशिश की तो हमें रोकने के लिए आपको हम पर गोलियां बरसानी पड़ेंगी. उन्होंने कहा कि 10 जनवरी को हम किसान विरोधी रुख के लिए मोदी सरकार का पुतला जलाएंगे.
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शाम को किसानों और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा खनौरी आने के लिए सभी किसानों का शुक्रिया अदा करता हूं. जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि मैं सभी से मिलना चाहता था, इसलिए मैंने आप सभी से यहां आने का अनुरोध किया. यह लड़ाई मैं नहीं लड़ रहा, यह लड़ाई भगवान की मर्जी से लड़ी जा रही है.
डल्लेवाल ने कहा कि पुलिस मुझे पकड़ने की कोशिश कर रही थी और हमारे युवा किसान मेरी रखवाली कर रहे थे. मुझे पूरा भरोसा है कि हम मोर्चा संभालेंगे. कोई दमन करके हमें हरा नहीं सकता. मुझे पता है कि हमारे लक्ष्य कठिन हैं, लेकिन हम यह सोचकर चुप नहीं बैठ सकते कि यह कठिन हैं.
डल्लेवाल ने कहा कि 7 लाख से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं. कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि डल्लेवाल का जीवन महत्वपूर्ण है, लेकिन मैं कहूंगा कि उन 7 लाख किसानों के परिवारों का क्या जिन्होंने आत्महत्या की. ये आत्महत्याएं रुकनी चाहिए.
डल्लेवाल ने कहा कि पंजाब किसी को धोखा नहीं दे सकता. पंजाब फिर से यह लड़ाई लड़ रहा है और मैं कहूंगा कि अब जो भी हो, अपने-अपने राज्यों में अपने को मजबूत बनाओ. सरकार को स्पष्ट करें कि यह आंदोलन पंजाब के बारे में नहीं है, यह देश के बारे में है. प्रत्येक गांव से एक ट्रॉली इस मोर्चे में लाई जानी चाहिए. मैं आज यहां आए सभी लोगों का आभारी हूं.
किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि सरकार को यह सीखना चाहिए कि पंजाब का इतिहास बहुत बड़ा है. यह बलिदानों की भूमि है. यह शहीदों की भूमि है. मोदी को याद रखना चाहिए कि पंजाबियों ने कड़ी लड़ाई लड़ी और अंग्रेजों को उखाड़ फेंका. हम अच्छी तरह जानते हैं कि हमारी लड़ाई बड़ी है, लेकिन हमें अपने पीछे खड़े लोगों पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि मोदी 3 करोड़ पंजाबियों से बड़े नहीं हैं. आपके पास दो विकल्प हैं, या तो किसानों की बात का सम्मान करें या फिर हम अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम यह लड़ाई नहीं छोड़ेंगे, हम इसे जीतेंगे.