वर्तमान समय में शहरों में किचन गार्डनिंग का क्रेज काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. किचन गार्डन के लिए बड़ा स्पेस होना जरूरी नहीं है. इसे आप अपने आंगन, टैरेस या फिर अपनी बालकनी में आसानी से शुरू कर सकते हैं. किचन गार्डनिंग से लोग अपने हिसाब से किचन में इस्तेमाल होने वाले सब्जियां और मसालों को आसानी से उगा सकते हैं.
भारतीय किचन में मसालों का अहम स्थान है. इसके बगैर हम किसी भी तरह के स्वादिष्ट व्यंजन की कल्पना नहीं कर सकते हैं. धनिया, हरी मिर्च, तेजपत्ता और लहसुन ऐसे मसाले हैं, जो हर घर में इस्तेमाल किए जाते हैं. ये सभी मसाले भोजन को टेस्टी बनाने के साथ- साथ आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी काम करते हैं.
लहसुन एक औषधीय मसाला है. सर्दी के मौसम में इसका सेवन करने से जुकाम नहीं होता है. साथ ही मांसपेशियों के दर्द से भी राहत मिलती है. लहसुन में कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. अगर आप चाहें तो ट्रे या गमले में मिट्टी डालकर लहसुन को आसानी से घर में उगा सकते हैं. वहीं लहसुन की फसल 04 महीने में तैयार हो जाती है.
तेजपत्ता हर किसी की किचन में रहता है. जीरा और तेजपत्ता का तड़का लगाने से सब्जी और दाल का स्वाद बदल जाता है. इसके अलावा तेजपत्ता का उपयोग चाय बनाने में भी किया जाता है. दरअसल तेजपत्ते का पेड़ भी होता है लेकिन इसके छोटे पौधे को आप अपने घर में भी आसानी से लगा सकते हैं. बस इसे लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आपका गमला थोड़ा बढ़ा हो. वहीं तेजपत्ते के पौधे को हमेशा धूप भी मिलती रहनी चाहिए.
धनिया एक ऐसा मसाला है जिसकी हरी पत्तियों के साथ-साथ उसके बीज से बने पाउडर का भी इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे लोग धनिया की पत्तियों से बनी हरी चटनी खाना भी खूब पसंद करते हैं. वहीं आप आसानी से गमले में धनिया की बुवाई कर सकते हैं. इसके लिए आपको पौधे की बीच- बीच में सिंचाई करते रहने की जरूरत है.
हरी मिर्च खाना हर किसी को पसंद है. इसका उपयोग किचन में मसाले के तौर पर भी होता है. वहीं हरी मिर्च का सब्जी के स्वाद को तीखा करने और तड़का लगाने के लिए करते हैं. कई लोग खाने के साथ भी अलग से हरी मिर्च खाना पसंद करते हैं. ऐसे में आप हरी मिर्च को अपने गमले में आसानी से उगा सकते हैं.