डीप डिप्रेशन में तब्दील हुआ बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर, AP में दी गई मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह

डीप डिप्रेशन में तब्दील हुआ बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर, AP में दी गई मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह

. मौसम विभाग के अधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि यह मौसम प्रणाली उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर लगातार बढ़ता रहेगा और शनिवार को इस दौरान हवा की गति लगभग 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बहेगी. इसी हवा की गति के साथ यह मौसम प्रणाली मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है. 

मौसम समाचार                                                                                   सांकेतिक तस्वीरमौसम समाचार सांकेतिक तस्वीर
क‍िसान तक
  • Delhi,
  • Nov 16, 2023,
  • Updated Nov 16, 2023, 6:49 PM IST

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, जो गुरुवार सुबह को ही उत्तर और उत्तर पूर्वी की तरफ बढ़ गया है और बढ़ने के साथ ही यह गहरे दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि इसके प्रभाव से गुरुवार को आंध्र प्रदेश के तट और उसके आस-पास के इलाकों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है. साथ ही, पूर्वानुमान में कहा गया है कि शुक्रवार को 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी जो बाद में कम होने से पहले 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएंगी.

मौसम विभाग ने कहा, "इसके (मौसम प्रणाली) उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते रहने और शनिवार को लगभग 65 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है. मौसम विभाग के अधिकारी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है कि यह मौसम प्रणाली उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर लगातार बढ़ता रहेगा और शनिवार को इस दौरान हवा की गति लगभग 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बहेगी. इसी हवा की गति के साथ यह मौसम प्रणाली मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार करने की संभावना है. 

ये भी पढ़ेंः मक्के की उपज बढ़ाने के लिए कौन सी खाद बेहतर होती है, उसका कैसे करें इस्तेमाल

आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में खराब हो सकते हैं हालात

प्रेस विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि मौसम प्रणाली विशाखापत्तनम और ओडिशा के पारादीप से 380 किमी दूर केंद्रित है. इसके अलावा यह भी अनुमान लगाया गया है गया है कि इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से  गुरुवार को दक्षिण आंध्र प्रदेश तटीइ इलाकों के आसपास और गुरुवार को समुद्र की स्थिति खराब हो सकती है. इसके अलावा शुक्रवार को उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी समुद्र की स्थिति खराब होने की संभावना है. क्योंकि इस दौरान यहां पर तेज हवाएं चलेंगी. 

ये भी पढ़ेंः Floating House: पानी पर तैरता हुआ सिर्फ घर नहीं, जलवायु परिवर्तन पर यह बिहार का ठेठ जवाब है

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह

इस मौसम प्रणाली को देखते हुए प्रभाव वाले इन इलाकों में मछुआरों को 16 और 17 नवंबर को आंध्र प्रदेश तट और उसके आसपास समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. इस मौसम प्रणाली के मद्देनजर मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश की भी भविष्यवाणी की गई है. इसे लेकर ओडिशा में आईएमडी के वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने कहा है कि अगर हम मौसम प्रणाली को देखें, तो कल की निम्न दबाव प्रणाली, जो लगभग उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रही है और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक डिप्रेशन बन रहा है .इसके प्रभाव में,  आधी रात से बारिश होने की उम्मीद है. इसके प्रभाव से  मल्कानगिरी, कोरापुट और रायगड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

 

MORE NEWS

Read more!