बाढ़ प्रभावित राज्यों को हर संभव मदद देगी केंद्र सरकार, शिवराज बोले- फसल बीमा योजना का दिया जाएगा पूरा लाभ

बाढ़ प्रभावित राज्यों को हर संभव मदद देगी केंद्र सरकार, शिवराज बोले- फसल बीमा योजना का दिया जाएगा पूरा लाभ

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में आयोजित ‘राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन-रबी अभियान -2025’ में कहा कि बाढ़ प्रभावित राज्यों में पूरी तत्परता से मदद जारी है.राज्यों की मांग के अनुसार देश में बीज की पर्याप्त उपलब्धता है. करीब 250 लाख मीट्रिक टन बीज उपलब्ध है.

बायोस्टिमुलेंट को लेकर श‍िवराज स‍िंह चौहान सख्त. बायोस्टिमुलेंट को लेकर श‍िवराज स‍िंह चौहान सख्त.
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Sep 16, 2025,
  • Updated Sep 16, 2025, 5:48 PM IST

केंद्रीय कृषि मंत्री ने बाढ़ प्रभावित राज्यों की स्थिति को लेकर आज ‘राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन-रबी अभियान -2025’ में चर्चा की और ये कहा कि सरकार की तरफ से पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. शिवराज ने कहा कि बाढ़ के कारण कुछ राज्य खास तौर पर प्रभावित हुए हैं. इनमें पंजाब, हिमाचल, जम्मू, उत्तराखंड, हरियाणा और असम शामिल हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित इन राज्यों की मदद के लिए कोई कमी नहीं रखी जाएगी. शिवराज ने इस बात पर जोर देकर कहा कि जो राज्य प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कवर हैं, पूरी कोशिश है कि वहां किसानों को बीमा राशि का उचित और त्वरित लाभ मिल सके. 

रबी के लिए 250 लाख मीट्रिक टन बीज उपलब्ध

शिवराज सिंह ने कहा कि रबी फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हैं. बुवाई के लक्ष्य के तहत 229 लाख मीट्रिक टन बीज की आवश्यकता है, हमारे पास इससे भी अधिक मात्रा में 250 लाख मीट्रिक टन के करीब बीज उपलब्ध है. खाद और उर्वरक को लेकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि वर्षा एवं अन्य परिस्थितियों के कारण क्रॉप पैटर्न में बदलाव आता है.  इस साल वर्षा अच्छी मात्रा में हुई है, जिस कारण बुवाई के क्षेत्रफल में वृद्धि हुई है. खाद की अतिरिक्त मांग की यह वजह भी हो सकती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खाद और उर्वरक की पूरी आपूर्ति की जाएगी, राज्यों की मांग के आधार पर जितनी भी आवश्यकता होगी, खाद उपलब्ध करवाया जाएगा. इसके लिए रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय से लगातार संपर्क है. 

वैज्ञानिकों की दो हजार से अधिक टीमें जाएंगी गांव

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि रबी फसल के लिए ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ पिछली बार की ही तरह इस बार भी चलाकर वैज्ञानिकों की दो हजार से अधिक टीमें गांव-गांव भेजी जाएंगी, जो किसानों को समुचित जानकारी देगी. इन टीमों में केंद्र और राज्यों के कृषि विभाग के अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक रहेंगे, साथ ही कृषि विश्वविद्यालयों, एफपीओ और प्रगतिशील किसानों का भी इनमें प्रतिनिधित्व होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘लैब टू लैंड’ जोड़ने के लिए एक बार फिर सब मिलकर कार्य करेंगे. 

प्रति हेक्टेयर उत्पादन बढ़ाने पर जोर

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि देश में धान और गेहूं का उत्पादन वैश्विक स्तर का है, वहीं दलहन और तिलहन में उत्पादन बढ़ाने के लिए अभी और प्रयास की आवश्यकता है. इस दिशा में आगे रोडमैप बनाकर काम किया जाएगा. प्रति हेक्टेयर उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने राज्यों में फसलवार चर्चा को लेकर बताया कि अब तक कपास और सायोबीन में उत्पादन बढ़ाने को लेकर वृहद स्तर पर बैठकें की गई हैं, आगे रबी फसल अभियान व उसके बाद विभिन्न अन्य फसलों के उत्पादन में वृद्धि को लेकर ठोस कदम उठाए जाएंगे. 

नकली कीटनाशक, बीज और उर्वरक के खिलाफ एक्शन

इतना ही नहीं नकली कीटनाशक, बीज और उर्वरक पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने राज्यों द्वारा की जा रही कार्रवाई पर भी प्रकाश डालते हुए बताया कि राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों ने नकली कीटनाशक, बीज और उर्वरक बेचने वालों के खिलाफ छापामार कार्रवाई की है, जिसका व्यापक प्रभाव पड़ा है. आगे भी केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे और ऐसी गतिविधियों में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे.

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