PM Modi ने करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी, 700 करोड़ रुपये है कुल लागत

PM Modi ने करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी, 700 करोड़ रुपये है कुल लागत

विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के किनारे करनाल के उचानी में 65 एकड़ भूमि पर बनेगा. मुख्य परिसर में शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन के अलावा छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर, गेस्ट हाउस, खेल का मैदान, सभागार, एम्फीथिएटर आदि होंगे. यहां विभिन्न डिग्री कार्यक्रमों जैसे कि बीएससी बागवानी, एमएससी और फल, सब्जी, फूलों की खेती और लैंडस्केप बागवानी में पीएचडी की शिक्षा दी जाएगी.

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क‍िसान तक
  • Noida,
  • Dec 09, 2024,
  • Updated Dec 09, 2024, 7:56 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 9 दिसंबर को पानीपत से वर्चुअल माध्यम से महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के निर्माण की आधारशिला रखी, जिसकी कुल परियोजना लागत 700 करोड़ रुपये है. इसमें इस परियोजना के लिए 421 करोड़ रुपये शामिल हैं. शिलान्यास बंडारू दत्तात्रेय, राज्यपाल, हरियाणा और कुलाधिपति, एमएचयू करनाल, निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री, मनोहर लाल, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री और बिजली मंत्री और कृष्ण पाल गुर्जर, सहकारिता राज्य मंत्री की उपस्थिति में हुआ. ऑनलाइन कार्यक्रम एमएचयू परिसर स्थल उचानी, करनाल में डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा, कुलपति, एमएचयू की अध्यक्षता में 500 से अधिक किसानों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था.

महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के मुख्य परिसर भवन की आधारशिला पीएम मोदी द्वारा बीमा सखी योजना के शुभारंभ के लिए आयोजित राज्य समारोह के अवसर पर पानीपत से वर्चुअल माध्यम से रखी गई. इसे महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल के साथ-साथ हरियाणा राज्य के लोगों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है.

भारत भर में सातवां बागवानी विश्वविद्यालय

यह विश्वविद्यालय भारत भर में सातवां बागवानी विश्वविद्यालय होगा जो राज्य में बागवानी फसलों जैसे फल विज्ञान, सब्जी फसलें, फूलों की खेती और भूनिर्माण, मशरूम की खेती, मधुमक्खी पालन, औषधीय और सुगंधित फसलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए अनुसंधान, शिक्षण और विस्तार के लिए समर्पित है. यह विश्वविद्यालय किसानों की आय बढ़ाने और राज्य के लिए रोजगार पैदा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. विश्वविद्यालय बागवानी आधारित फसल विविधीकरण प्रणालियों के विकास की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के किनारे करनाल के उचानी में 65 एकड़ भूमि पर बनेगा. मुख्य परिसर में शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन के अलावा छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर, गेस्ट हाउस, खेल का मैदान, सभागार, एम्फीथिएटर आदि होंगे. यहां विभिन्न डिग्री कार्यक्रमों जैसे कि बीएससी बागवानी, एमएससी और फल, सब्जी, फूलों की खेती और लैंडस्केप बागवानी में पीएचडी की शिक्षा दी जाएगी. इसके अलावा विश्वविद्यालय के पास हरियाणा के विभिन्न कृषि पारिस्थितिकी क्षेत्रों में स्थित छह क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र हैं, जहां विभिन्न बागवानी फसलों पर स्थान-विशिष्ट अनुसंधान किया जा रहा है.

कार्यक्रम में ये मेहमान रहे मौजूद

शिलान्यास समारोह का सीधा प्रसारण एमएचयू करनाल के उचानी परिसर में डिजिटल स्क्रीन पर उपस्थित लोगों को दिखाया गया. कार्यक्रम में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल के कुलपति प्रोफेसर सुरेश कुमार मल्होत्रा ​​मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इस अवसर पर विभिन्न गणमान्य व्यक्ति, जनप्रतिनिधि, हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और आईसीएआर संस्थानों के निदेशक उपस्थित थे.

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मुख्य परिसर की आधारशिला भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री और बिजली मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की उपस्थिति में रखी गई.


 

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