
महाराष्ट्र के अकोला जिले से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है, जहां साहूकारों की धमकियों और मानसिक उत्पीड़न से परेशान एक किसान ने आत्महत्या कर ली. दिग्रस बु. गांव के रहने वाले गोपाल वामनराव पाटखेडे ने सूदखोरों के दबाव से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. आत्महत्या से पहले किसान ने एक वीडियो भी बनाया और अपनी बात रखी कि साहूकार कैसे उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है.
जानकारी के अनुसार, गोपाल पाटखेडे ने कुछ वर्ष पहले अकोला के साहूकार राकेश भूपेंद्र गांधी से 20 प्रतिशत ब्याज दर पर 1 लाख रुपये कर्ज लिया था. बताया गया कि गोपाल ने समय पर मूलधन और ब्याज चुका दिया था. इसके बावजूद साहूकारों ने अतिरिक्त 7 से 8 लाख रुपये की अवैध मांग शुरू कर दी. जब किसान ने यह रकम देने में असमर्थता जताई तो उसे लगातार धमकियां दी जाने लगीं.
परिजनों का आरोप है कि साहूकारों ने डर और दबाव बनाकर किसान की 40 आर जमीन (आर- महाराष्ट्र में जमीन नापने का लोकल यूनिट) की खरीद-फरोख्त अपने नाम पर जबरन दर्ज करवा ली. जमीन हड़पने के बाद भी वसूली का सिलसिला जारी रहा. लगातार मिल रही धमकियों और अपमान से गोपाल मानसिक रूप से पूरी तरह टूट चुका था.
आत्महत्या से पहले गोपाल ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने साफ कहा कि साहूकार उसे जीने नहीं दे रहे हैं और वह भारी दबाव में है. किसान ने कहा, “मैं दबाव में हूं… ये लोग मुझे जीने नहीं दे रहे… इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं…” इस वीडियो में उसने राकेश गांधी और सचिन उर्फ बंटी खरल का स्पष्ट रूप से नाम लिया. वीडियो सामने आने के बाद यह मामला और गंभीर हो गया.
गोपाल ने 26 नवंबर को आत्महत्या कर ली. इसके बाद मृतक के भाई नागेश पाटखेडे ने पातूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इनमें राकेश भूपेंद्र गांधी, सचिन उर्फ बंटी खरल, दिलीप आप्पाराव देशमुख और संतोष बलीराम सावंत शामिल हैं. पुलिस के अनुसार दो मुख्य आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश तेज कर दी गई है.
घटना के बाद गांव में भारी आक्रोश है. ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि एक लाख का कर्ज लेकर किसान कैसे 8 लाख रुपये चुका सकता है. परिवार ने जमीन वापस दिलाने और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. थानेदार हनुमंत दोपेवाड़ ने बताया कि पातूर पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.