G20 Summit: पीएम मोदी ने G20 में लॉन्च किया ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस, जानें इससे जुड़ी सभी जानकारी

G20 Summit: पीएम मोदी ने G20 में लॉन्च किया ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस, जानें इससे जुड़ी सभी जानकारी

वैश्विक जैव ईंधन" उन जैव ईंधन को दर्शाता है जो ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्व स्तर पर उत्पादित और उपयोग किए जाते हैं. जैव ईंधन नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत हैं जो कार्बनिक पदार्थों, आमतौर पर पौधों या शैवाल से प्राप्त होते हैं. इनका उपयोग गैसोलीन और डीजल जैसे पारंपरिक जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में किया जा सकता है.

PM मोदी ने लॉन्च किया ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंसPM मोदी ने लॉन्च किया ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Sep 10, 2023,
  • Updated Sep 10, 2023, 9:18 AM IST

G20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ ऊर्जा के मामले में भारत की ओर से एक और अहम पहल की घोषणा की. इस मौके पर उन्होंने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस की शुरुआत की घोषणा की. नए गठबंधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने दुनिया के देशों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया. ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस के माध्यम से भारत दुनिया में वैकल्पिक और स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने का एक प्रयास करता नजर आ रहा है. भारत के अलावा अमेरिका और ब्राजील इस नये गठबंधन के संस्थापक सदस्य हैं.

ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस के लॉन्च के बाद अर्जेंटीना और इटली जैसे तीन संस्थापक सदस्यों सहित कुल 11 देश अबतक इसमें शामिल हो गए हैं. इस गठबंधन का उद्देश्य जैव ईंधन के मामले में वैश्विक साझेदारी को मजबूत करना और उनके उपयोग को बढ़ावा देना है.

क्या है ग्लोबल बायोफ्यूल?

वैश्विक जैव ईंधन" उन जैव ईंधन को दर्शाता है जो ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्व स्तर पर उत्पादित और उपयोग किए जाते हैं. जैव ईंधन नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत हैं जो कार्बनिक पदार्थों, आमतौर पर पौधों या शैवाल से प्राप्त होते हैं. इनका उपयोग गैसोलीन और डीजल जैसे पारंपरिक जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में किया जा सकता है. "वैश्विक जैव ईंधन" शब्द में दुनिया भर में होने वाली सभी जैव ईंधन उत्पादन और खपत गतिविधियाँ शामिल हैं.

जैव ईंधन कई प्रकार के होते हैं जैसे- 

बायोएथेनॉल:

यह आमतौर पर मक्का, गन्ना या गेहूं जैसी फसलों से बनाया जाता है और आमतौर पर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और ऑक्टेन रेटिंग बढ़ाने के लिए गैसोलीन में एक योजक के रूप में उपयोग किया जाता है.

बायोडीजल:

वनस्पति तेल, पशु वसा, या पुनर्नवीनीकरण खाना पकाने के तेल से उत्पादित, बायोडीजल को अक्सर डीजल ईंधन के साथ मिश्रित किया जाता है या डीजल इंजनों में शुद्ध ईंधन स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है.

ये भी पढ़ें: Biodiesel sale in UP : योगी सरकार ने बायोडीजल के उत्पादन और बिक्री के दिशा-निर्देशों को दी मंजूरी, डीएम देंगे लाइसेंस

बायोगैस:

कृषि अपशिष्ट, सीवेज, या लैंडफिल जैसे कार्बनिक पदार्थों के अवायवीय पाचन से उत्पन्न होता है. बायोगैस मुख्य रूप से मीथेन से बना है और इसका उपयोग बिजली उत्पादन, हीटिंग और वाहन ईंधन के रूप में किया जा सकता है.

वैश्विक जैव ईंधन उद्योग जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने की आवश्यकता के बारे में चिंताओं के जवाब में विकसित हुआ है. दुनिया भर में सरकारें और उद्योग अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों में परिवर्तन के प्रयासों के तहत जैव ईंधन अनुसंधान, विकास और उत्पादन में निवेश कर रहे हैं.

क्या है अलायंस का उद्देश्य?

जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ईंधन मिश्रण के मामले में सभी देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने भारत की ओर से प्रस्ताव दिया कि वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में 20 फीसदी तक इथेनॉल मिलाने की पहल की जानी चाहिए. विकल्प के रूप में अन्य सम्मिश्रण मिश्रण भी मिल सकते हैं. यह स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ व्यापक वैश्विक कल्याण के लिए जलवायु की रक्षा करने में मददगार साबित होगा.

MORE NEWS

Read more!