फिर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान, मुस्तैद पुलिस बल ने बंद किया रास्ता

फिर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान, मुस्तैद पुलिस बल ने बंद किया रास्ता

गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर पर किसानों के भारी संख्या में पहुंचने और हवन करने के कार्यक्रम को देखते हुए भारी संख्या में गाजियाबाद पुलिस को तैनात किया गया है. ये बार्डर पहले हुए किसान आंदोलनों में चर्चा का विषय रहा है अब बार फिर किसान बार्डर पर बैठ गए हैं पुलिस ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है.

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क‍िसान तक
  • Ghaziabad,
  • Oct 02, 2025,
  • Updated Oct 02, 2025, 3:23 PM IST

गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर किसानों के लिए रणभूमि से कम नहीं है. पिछले कई किसान आंदोलनों में ये गेट दिल्ली में घुसने का प्रमुख मार्ग माना जाता रहा है. अब एक बार फिर किसान गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर पर पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन द्वारा किसानों को आज गाजियाबाद पहुंच कर यूपी गेट पर हवन करने की अपील की गई थी. बॉर्डर पर किसानों के भारी संख्या में पहुंचने और हवन करने के कार्यक्रम को देखते हुए भारी संख्या में गाजियाबाद पुलिस को तैनात किया गया है. किसान बॉर्डर पर दिल्ली की तरफ जाने वाले अंडर पास के नीचे बैठ गए और वहीं यज्ञ शुरू कर दिया. 

अंडर पास के नीचे बैठे किसान

किसान गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर पर दिल्ली की तरफ जाने वाले अंडर पास के नीचे बैठ गए और यज्ञ हवन शुरू कर दिया. किसानों के कार्यक्रम के चलते, यूपी गेट गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली की तरफ जाने एक रास्ते को इस दौरान पुलिस द्वारा बंद किया गया. आपको बता दें कि ये बॉर्डर 2020-21 में हुए किसान आंदोलन से चर्चा में आया था जब किसानों को दिल्ली जाने से रोका गया था. अब बार फिर किसान बार्डर पर बैठ गए हैं और वहीं हवन पूजन शुरू कर दिया.

पहले भी किसानों पर हो चुका है लाठीचार्ज

दरअसल 2 अक्टूबर का दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है. साल 2018 में इसी दिन हरिद्वार से पैदल चलकर दिल्ली जा रहे किसानों की "किसान क्रांति यात्रा" को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया था. उस दौरान किसानों को महात्मा गांधी की समाधि तक पहुंचने से रोका गया था और पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज तथा आंसू गैस के गोले दागे थे. इसी घटना के बाद किसानों ने यूपी गेट बॉर्डर का नाम "किसान क्रांति गेट" रख दिया था.
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तब से हर साल किसान 2 अक्टूबर को यहां पहुंचकर "किसान क्रांति दिवस" मनाते हैं. इसी क्रम में आज भी मेरठ मंडल समेत कई जिलों से किसान गाजियाबाद बॉर्डर पहुंचे. किसानों के अनुसार, आज का कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के अवसर पर यज्ञ-हवन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.

किसानों का कहना है कि सरकार के खिलाफ आंदोलन के चलते 2018 में हुई घटना उनके आत्मसम्मान से जुड़ी है, और उसी की याद में हर वर्ष इस दिन किसान एकत्र होकर बॉर्डर पर अपने हक और संघर्ष की आवाज बुलंद करते हैं.
(इनपुट: मयंक गौड़)
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