बहराइच में एक सब्जी उगाने वाले किसान ने गांव के दो लड़कों संग अपने पूरे परिवार को घर में बंद कर आग लगा ली. इसमें छह लोगों की जलकर मौत हो गई. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. सूचना पर मौके पर पहुंचे देवीपाटन मंडल के डीआईजी ने कहा कि एक कमरे में आग लगने से चार लोगों की मौत हुई है. वहीं दूसरे कमरे में दो बच्चों के शरीर पर धारदार हथियार से चोट लगने के चलते उनकी मौत हुई है. पुलिस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद इसके असली कारण का पता चलेगा.
बहराइच जिले के थाना रामगांव क्षेत्र के निंदुरपुरवा टेपरहा में विजय मौर्या (40 वर्ष) सब्जी उत्पादक किसान हैं. बुधवार सुबह रोज की तरह विजय गांव के तीन लड़कों शनि (14 वर्ष), सूरज (13 वर्ष) और किशन को उनके घर से लहसुन की फसल काटने के लिए अपने साथ बुलाकर ले गया था. वह तीनों विजय के घर में पहुंचे जिसके बाद विजय ने किशन को बांका (लकड़ी काटने वाला हथियार) देकर लकड़ी काटने भेज दिया और फिर अपने घर में उन दो लड़कों शनि और सूरज के साथ घर में लहसुन की फसल की छंटाई करने लगा.
उस दौरान विजय के घर में उसकी दो मासूम बेटियां और उसकी पैंतीस वर्षीय पत्नी भी मौजूद थी. कुछ समय बाद जब किशन वापस विजय के घर पहुंचा तो उसके घर में धुआं उठ रहा था और दरवाजा अंदर से बंद था. घर में आग की खबर सुनकर ग्रामीणों ने इकट्ठा होकर आग पर पानी डालना शुरू किया. इस दौरान स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और जब दरवाजा तोड़ा गया तो घर के भीतर से शनि और सूरज की धारदार हथियार से हत्या की गई लाश बरामद हो गई. लेकिन जब मकान को और अधिक खंगाला गया तो भीतर किसान विजय उसकी दोनों मासूम बेटियां और उसकी पत्नी का भी जला हुआ शव बरामद हो गया.
इस घटना में छह लोगों की मौत से पूरे इलाके में कोहराम मच गया. सूचना पर मौके पर पहुंचे जिले के एसपी ग्रामीण दुर्गा प्रसाद तिवारी समेत तमाम पुलिस के अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली. इस भीषण कांड के बाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची है. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर इतनी बड़ी घटना के पीछे असल कारण क्या था.
इस घटना में मृतक शनि के पिता ओमप्रकाश वर्मा ने बताया कि विजय सुबह काम करने के लिए उसके बच्चे को बुलाकर लाया था जिसके बाद उसने उसकी हत्या करके खुद घर में आग लगा ली जिसमें उसकी भी मौत हो गई. वो इससे पहले भी तीन घटनाएं कर चुका था जिसमें उसकी पहली पत्नी की और उसके लड़के की मौत हो गई थी.
इस घटना में किशन एक ऐसा लड़का है जो घटना से पूर्व मृतक सूरज और शनि के साथ मृतक विजय के बुलावे पर उसके यहां लहसुन का डंठल काटने आया था. उसने बताया कि सुबह जब वे लोग अपने घर पर सोए थे तो विजय उसे लहसुन का डंठल काटने के लिए बुलाकर लाया था. उसके बाद उसने लकड़ी की डाल की कटाई करने के लिए भेज दिया था. किशन ने कहा, मैं जब वापस आया तो उसके घर में आग लगी थी. उसने उन दो लड़कों को भी मार दिया, चार गाय भी मरी हैं और अपने सब भी मर गए.
इस घटना में मृतक सूरज के चाचा राम चंदर यादव ने बताया कि विजय ने दोनों लड़कों शनि और सूरज को उनके घर से बुलाया और फिर गला काटकर उनकी हत्या कर दी और फिर अपने परिवार को घर में बंद कर आग लगा ली. इससे कोई रंजिश नहीं थी. अगर रंजिश होती तो हम सब होशियार रहते.
इस घटना पर पुलिस उपमहानिरीक्षक, देवीपाटन मंडल अमित पाठक ने बताया कि कमरे में मिली चार लाशों को ग्रामीणों ने पहचाना है जिससे यह क्लियर है कि गृहस्वामी उसकी पत्नी और उसकी बच्चियां हैं. इन सबकी मौत जलने से हुई, कमरे में लकड़ियां थीं, मवेशी थे और ज्वलनशील पदार्थ था. दूसरे कमरे में दो डेड बॉडीज मिली हैं जिनके शरीर पर गहरे जख्म हैं जिससे लग रहा है कि उनकी किसी धारदार हथियार से हत्या हुई. एक कमरे में धुआं था, कमरा अंदर से बंद था जिसमें चार शव मिले. प्रथमदृष्टया ये पूरा मामला प्लान करके हुआ है. इन सब पहलुओं की जांच हमें करनी है. इसके लिए चार टीमें अलग-अलग बनाई गई हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कारण पता चल पाएगा.(रामबरन चौधरी की रिपोर्ट)