19वें एशियाई खेलों का आयोजन चीन के हांगझू में किया जा रहा है. इस बार भारत की नजर अपने पिछले रिकॉर्ड को और बेहतर करने पर है. यह खेल 8 अक्टूबर तक चलेगा. ऐसे में एशियन गेम्स 2023 का पहला दिन भारत के लिए अब तक बेहद शानदार रहा है. भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक 5 पदक जीते हैं, जिनमें से 3 रजत पदक हैं. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशियाई खेलों के फाइनल में प्रवेश कर एक और पदक पक्का कर लिया है. इसका फाइनल सोमवार को खेला जाएगा. जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. वहीं दूसरी ओर लाइटवेट डबल स्कल्स खिलाड़ी अर्जुन और अरविंद इस समय सुर्खियां बटोरते नजर आ रहे हैं.
दरअसल, उन्होंने लाइटवेट डबल स्कल्स में सिल्वर मेडल जीतकर चीन में भारत का झंडा गाड़ दिया है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है उनकी कहानी.
एशियन गेम्स 2023 के बाद इन दोनों खिलाड़ियों को किसी पहचान की जरूरत नहीं है. आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि अरविन्द सिंह उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले से ताल्लुक रखते हैं. वह किसान परिवार से हैं और सेना में शामिल होने के बाद उनका परिचय बोटिंग से हुआ. हालांकि उनकी रुचि क्रिकेट और एथलेटिक्स में थी. भारतीय ओलंपियन बजरंगलाल ताखर ने उन्हें और उनके रोइंग पार्टनर को खेल से परिचित कराया था.
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वहीं अर्जुन लाल जाट की बात करें तो ये राजस्थान के चुरू जिले के नयाबास गांव के रहने वाले हैं. ये भी एक किसान परिवार से आते हैं. भारतीय सेना में सेवा के दौरान उन्होंने बोटिंग सीखी. अर्जुन और अरविंद दोनों 2017 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे.
2018 में दोनों खिलाड़ियों ने एक साथ खेलना शुरू किया था. दोनों ने राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक भी जीते हैं. अर्जुन और अरविंद की जोड़ी ने एशिया-ओशिनिया ओलंपिक कॉन्टिनेंटल क्वालीफाइंग इवेंट में रजत पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था, हालांकि, वे टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में जगह नहीं बना सके. लेकिन एक बार फिर 2023 में दोनों ने खुद को साबित करते हुए सिल्वर मेडल अपने और देश के नाम किया है.