देश में कृषि क्षेत्र न सिर्फ अनाजों का उत्पादन करता बल्कि कई लोगों के रोजगार का आधार है. इसके अलावा कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ भी माना जाता है. कृषि की उन्नति के पीछे किसानों की मेहनत का सबसे बड़ा योगदान रहा है. लेकिन उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में गन्ना किसानों के बीच असंतुष्टी देखी गई. किसान 2 जनवरी से धरने पर बैठे हैं उनका कहना है कि सिंभावली चीनी मिल ने वर्ष 2021-22 का गन्ना किसानों को उनका बकाया भुगतान नहीं किया है इसके अलावा और भी कई मांगों को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने आज 22 जनवरी को हापुड़ में किसान महापंचायत का आयोजन किया है. इस महापंचायत में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह पहुंचे.
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनत तले गन्ना किसान अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं किसानों ने एक पोस्टर जारी कर अपनी मांगें जाहिर की हैं जिसमें से गन्ना सत्र 2021-22 का शेष मूल्य जो कि करोड़ों रुपये बकाया है उस मूल्य का भुगतान जल्द से कराया जाए. साथ ही गन्ने की उत्पादन लागत का डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य घोषित किया जाए. इसके अलावा गन्ना सत्र 2011-12 से वर्तमान सत्र 2022-23 में 14 दिन से अधिक गन्ने की राशि का भुगतान न होने पर हाई कोर्ट आदेश के अनुसार किसानों को ब्याज की राशि के साथ भुगतान किया जाए.
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किसान महापंचायत के मुख्य अतिथि ने मिल के यूनिट हेड से किसानों की मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग रख रहे हैं लेकिन मिल अधिकारी और प्रशासन के जिम्मेदार लोग किसानों की शांति का गलत फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने प्रशासन को चेताया की लगभग 24 करोड़ की बकाया राशि का भुगतान तत्काल हो भुगतान में देरी होने पर ब्याज सहित भुगतान करना होगा अन्यथा ये आंदोलन चलता रहेगा.
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने किसान महापंचायत के माध्यम से गन्ना किसानों की मांग को रखते हुए मिल अधिकारियों को कहा कि किसानों की मांग को जल्द से जल्द माना जाए नहीं तो मिल के खिलाफ लगातार प्रदर्शन जारी रहेगा. जिस पर यूनिट हेड करम सिंह ने आश्वासन दिया है कि हर रोज 4 करोड़ रुपये का भुगतान कर किसानों का पूरा भुगतान जल्द से जल्द करने का प्रयास किया जाएगा. हालांकि इस आश्वासन के बाद भी किसानों ने धरना समाप्त नहीं किया और हर एक किसान को उसका भुगतान हो जाने के बाद ही उठने की बात कही है.