Bihar Floating House: 6 लाख रुपये की लागत से तैयार किया तैरने वाला घर, कारनामा देख हर कोई हैरान

Bihar Floating House: 6 लाख रुपये की लागत से तैयार किया तैरने वाला घर, कारनामा देख हर कोई हैरान

ठेठ बिहारी मिजाज में जलवायु परिवर्तन के अनुरूप बनाया गया यह तैरता हुआ घर आरा मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर महुली गंगा नदी के ऊपर साफ धारा में तैरता नजर आता है. लोगों को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाने और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इंजीनियर प्रशांत कुमार और उनकी टीम ने पानी पर तैरते हुए इस खूबसूरत घर का निर्माण किया है.

Bihar Floating HouseBihar Floating House
क‍िसान तक
  • Ara,
  • Jan 08, 2024,
  • Updated Jan 08, 2024, 6:11 PM IST

आज के आधुनिक समय में जहां लोग ऊंची-ऊंची गगनचुंबी इमारतों और आलीशान बंगलों में आराम से रहना पसंद कर रहे हैं. वहीं बिहार के आरा के एक इंजीनियर बेटे ने पानी पर तैरता हुआ अनोखा घर बनाकर पूरी दुनिया के लिए मिसाल कायम की है. जी हां, ठेठ बिहारी मिजाज में जलवायु परिवर्तन के अनुरूप बनाया गया यह तैरता हुआ घर आरा मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर महुली गंगा नदी के ऊपर साफ धारा में तैरता नजर आता है. लोगों को बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाने और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इंजीनियर प्रशांत कुमार और उनकी टीम ने पानी पर तैरते हुए इस खूबसूरत घर का निर्माण किया है. घर बनाने वाले इंजीनियर प्रशांत कुमार के मुताबिक, इस घर को करीब 6 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है.

नेचुरल चीजों से बनाया गया है ये घर

जिसमें गाय के गोबर से बनी ईंट, पुआल, मिट्टी, सुरखी चुना और बांस के बल्ले जैसी कई प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग किया गया है. वहीं घर के अंदर और बाहर की सजावट को हस्तनिर्मित शिल्प की मदद से खूबसूरती से सजाया गया है. पानी में तैरते इस घर में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित दो बड़े फूस के कमरे बने हैं.

तैरते हुए घर को देखने जमा हुई भीड़

एक बड़े परिवार के खान-पान को ध्यान में रखते हुए एक बेहतरीन किचन और मोटर पंप से सुसज्जित बायो टॉयलेट के साथ एक बड़ा आंगन भी बनाया गया है, जिसमें लगभग 6 से 7 लोग आराम से रह सकते हैं. यह घर गंगा नदी के बीचों बीच बना हुआ है. नाव की सहायता से इसे कहीं भी खींचा जा सकता है. बिहार के आरा में इस एकमात्र तैरते घर को देखने के लिए महुली गंगा घाट पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो रही है. ये कई लोगों के लिए चर्चा का विषय बन गया है. वहीं इस घर के सामने सेल्फी लेने और रील बनाने के लिए लोगों का तांता लगा रहता है.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी का दाल किसानों के लिए बड़ा तोहफा, तूर के अलावा अन्य दालों की बिक्री भी सरकारी पोर्टल पर करेंगे अन्नदाता 

बाढ़ से बचाने के लिए बनाया गया ये घर

जब गुड़ न्यूज टुडे संवाददाता ने पानी में तैरते इस घर को बनाने वाले इंजीनियर प्रशांत कुमार से बात की. जब हमने इस बारे में बात की कि इस घर को बनाने के पीछे उनका मकसद क्या है तो प्रशांत कुमार ने कहा कि इस घर को बनाने का मेरा मकसद यह था कि जो लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहते हैं और बाढ़ के दौरान पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं. उन्हीं को ध्यान में रखते हुए यह तैरता हुआ घर बनाया गया है. इसके अलावा इस घर को पर्यटन की दृष्टि से इको-टूरिज्म के तौर पर इस्तेमाल करने की भी योजना है. इस संबंध में सरकार और उनके अधिकारियों से भी चर्चा की गई है और इस विषय में उनके द्वारा आश्वासन भी दिया गया है.

6 लाख रुपये की लागत से तैयार हुआ ये घर

यह घर करीब 6 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है. जिसमें लगभग 6 से 7 लोग आराम से रह सकते हैं. इस घर को बनाने में प्राकृतिक सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है. जैसे गोबर की ईंटें, पुआल की चादरें, सुरखी चुना, मिट्टी और बांस बल्लियों का इस्तेमाल किया गया है. इस घर को मौसम में बदलाव को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, जिससे यह गर्मियों में ठंडा रहता है और ठंड में भी गर्मी का मजा देता है. इस घर को नाव की मदद से कहीं भी ले जाया जा सकता है. बाढ़ के दौरान यदि पानी का बहाव बढ़ जाए तो यह घर उस पर तैर सकता है, जिस पर लोग अपना भरण-पोषण भी कर सकते हैं. हालाँकि, गंगा नदी में पानी पर तैरता यह घर सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. (सोनू कुमार सिंह की रिपोर्ट)

MORE NEWS

Read more!