गेहूं की आवक के बाद भी शुरू नहीं हो रही खरीद, किसानों की बढ़ रही चिंता, अधिकारियों ने बताई ये वजह

गेहूं की आवक के बाद भी शुरू नहीं हो रही खरीद, किसानों की बढ़ रही चिंता, अधिकारियों ने बताई ये वजह

इस साल जल्दी आवक के बावजूद, खरीद न होने से किसान चिंतित हैं. कई किसान अपनी उपज को बेचने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो खुले में पड़ी है. आढ़तियों द्वारा रखे गए मजदूर नमी की मात्रा कम करने के लिए अनाज को धूप में फैलाते देखे गए.

अब तक शुरू नहीं हुई गेहूं की खरीदअब तक शुरू नहीं हुई गेहूं की खरीद
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Apr 05, 2025,
  • Updated Apr 05, 2025, 11:09 AM IST

करनाल जिले के अनाज मंडियों में गेहूं की आवक शुरू हो गई है, लेकिन खरीद अभी तक शुरू नहीं हुई है, जिससे किसान परेशानी की स्थिति में हैं. देरी का मुख्य कारण फसल में नमी की मात्रा अधिक होना और उठाने और लदान के लिए आवश्यक मजदूरों का न होना है. हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एचएसएएमबी) से "द ट्रिब्यून" की तरफ से एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को करनाल अनाज मंडियों में लगभग 852 क्विंटल गेहूं आया, जिससे अब तक कुल आवक 1,102 क्विंटल हो गई है.

पिछले साल इस तारीख तक मंडियों में कोई गेहूं नहीं आया था. 2024 के खरीद सीजन के दौरान, जिले में कुल गेहूं की आवक 7.72 लाख मीट्रिक टन (एमटी) थी, जबकि 2023 में यह 7.52 लाख मीट्रिक टन थी.

खरीद न होने से किसान चिंतित

इस साल जल्दी आवक के बावजूद, खरीद न होने से किसान चिंतित हैं. कई किसान अपनी उपज को बेचने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो खुले में पड़ी है. आढ़तियों द्वारा रखे गए मजदूर नमी की मात्रा कम करने के लिए अनाज को धूप में फैलाते देखे गए. अधिकारियों ने पुष्टि की कि खरीद में देरी मुख्य रूप से अतिरिक्त नमी के कारण हुई, जो निर्धारित सीमा 12 प्रतिशत से अधिक थी. जिला विपणन प्रवर्तन अधिकारी ईश्वर राणा ने कहा, "गेहूं की खेप में नमी की मात्रा अनुमति से अधिक है. हम किसानों से अपील करते हैं कि वे अनाज मंडियों में केवल सूखा और साफ गेहूं ही लेकर आएं, ताकि खरीद में देरी न हो."

ये भी पढ़ें: UP News: गेहूं पराली से भूसा बनाने पर न लगाएं रोक, कृषि विभाग ने अफसरों को दी हिदायत

जल्द शुरू होगा खरीद का काम

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अनिल कुमार ने बताया कि जिला स्तरीय समिति ने श्रम और परिवहन ठेकेदारों के चयन के लिए मूल्य बोलियां खोल दी हैं और अंतिम मंजूरी राज्य स्तर पर लंबित है. कुमार ने कहा, "जिले ने अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है. बोलियां राज्य स्तरीय समिति को भेज दी गई हैं, जिसके 8 अप्रैल तक ठेकेदारों के नाम तय कर लेने की उम्मीद है. इसके तुरंत बाद उठान और लदान के साथ-साथ खरीद का काम भी शुरू हो जाएगा."

ये भी पढ़ें: सहायता योजना के तहत किसान जमा करें दस्तावेज, फसल नुकसान की भरपाई करेगी सरकार

इस साल फसल की गुणवत्ता

इस बीच, किसानों ने इस साल फसल की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पिछले सीजन की तुलना में उपज बेहतर थी और गेहूं के दाने का आकार भी बड़ा था. लेकिन इसके बावजूद खरीद में देरी पर निराशा व्यक्त की, जबकि सरकार ने घोषणा की थी कि यह 1 अप्रैल से शुरू होगी.

MORE NEWS

Read more!