दिल्ली से सटे हरियाणा में जनता गर्मी से तो परेशान है ही साथ ही साथ सब्जियों के महंगे होने से भी उसकी जेब पर असर पड़ रहा है. भीषण गर्मी के कारण पिछले दो दिनों में हरी सब्जियों की कीमतों में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में भी कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी. गर्मी के मौसम में हरी सब्जियों की कमी से आम जनता पर असर पड़ता है.जहां प्याज की कीमतों में कमी आई है तो वहीं बाकी सब्जियों की कीमतों में वृद्धि जारी है.
कुछ दिन पहले जो आलू 15 रुपये किलो था वह अब 20 रुपये किलो हो गया है. इसी तरह टमाटर भी महंगा हो गया है और इसमें 10 रुपये का इजाफा हुआ है. पिछले हफ्ते तक टमाटर 20 रुपये किलो बिक रहा था और अब यह 30 रुपये किलो पर बिक रहा है. भिंडी की कीमतें तो आसमान छू रही हैं. यह बाजार में 100 रुपये किलो पर बिक रही है. पिछले एक हफ्ते में ही इसके दामों में 20 रुपये का इजाफा हुआ है. बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी की वजह से दाम बढ़ रहे हैं.
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दिल्ली से सटे फतेहाबाद में आलू और प्याज को छोड़कर ज्यादातर सब्जियां बाहर से आती हैं. पहले यहां पर स्थानीय स्तर पर सब्जियों का उत्पादन ज्यादा होता था लेकिन अब ऐसा नहीं है. मंडी व्यापारियों के अनुसार, सब्जियां और फल बाहर से आने के कारण दाम बढ़े हैं. गर्मी के अलावा ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी ज्यादा है और इससे भी सब्जियां महंगी हो गई हैं. विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी के मौसम में हरी सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं और उत्पादन भी कम हो जाता है. अगले कुछ दिनों तक कीमतें ऐसी ही रहेंगी और बारिश के बाद ही इसमें कुछ सुधार होगा.
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पूरे देश में मौसम की स्थितियों में तेजी से बदलाव हो रहा है. हीटवेव ने जहां आम आदमी को परेशान किया हुआ है तो वहीं किसान भी नुकसान झेलने को मजबूर हैं. गर्मी और हीटवेव की वजह से फसलों के बढ़ने के तरीके पर असर पड़ रहा है और किसानों की आजीविका प्रभावित कर रही हैं. बहुत ज्यादा तापमान या हीटवेव, फसलों के लिए विनाशकारी हो सकती है. हरियाणा में, इस साल मार्च से ही गर्मी की स्थितियां हैं. इसकी वजह से चावल और गेहूं से लेकर सब्जियों और भिंडी और अंगूर जैसे फलों, सब पर असर पड़ा है.