पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद आज से शुरू हो चुकी है. राज्य सरकार की ओर से तय कार्यक्रम के अनुसार, खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान की खरीद का शुभारंभ बुधवार 1 अक्टूबर से किया गया है. प्रदेश के खाद्य और रसद विभाग ने इस बार किसानों की सुविधा और पारदर्शिता पर विशेष जोर दिया है. खरीद सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराने वालों किसानों से ही की जाएगी और भुगतान सीधे आधार से जुड़े बैंक खातों में 48 घंटे के भीतर स्थानांतरित कर दिया जाएगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़ और झांसी मंडलों के अलावा लखनऊ मंडल के हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर जिलों में आज से धान खरीद केंद्रों पर गतिविधियां शुरू हो गई हैं. ये केंद्र प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे.
वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में धान की खरीद 1 नवंबर से शुरू होगी और 28 फरवरी 2026 तक चलेगी. इसमें चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज मंडलों के साथ लखनऊ, रायबरेली और उन्नाव जिले शामिल होंगे. सरकार की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, इस बार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सामान्य किस्म के लिए 2369 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए किस्म के लिए 2389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है.
किसानों को रजिस्ट्रेशन की सुविधा यूपी किसान मित्र मोबाइल ऐप और विभाग की आधिकारिक वेबसाइट fcs.up.gov.in पर उपलब्ध कराई गई है. अब तक बड़ी संख्या में किसान पंजीकरण करा चुके हैं और खरीद केंद्रों पर अपनी उपज लेकर पहुंचने लगे हैं. केंद्रों पर पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ई-पीओपी (इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज) मशीनों से किसानों का बायोमेट्रिक सत्यापन किया जा रहा है. इससे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह खत्म होगी और किसान सीधे अपना धान बेच सकेंगे.
सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 भी जारी किया है, जहां किसी भी समस्या की जानकारी दी जा सकती है. इसके अलावा किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक विपणन निरीक्षक से भी संपर्क कर सकते हैं.
धान के साथ-साथ मोटे अनाजों की खरीद भी आज से शुरू हो चुकी है. इसमें ज्वार, बाजरा और मक्का की खरीद शामिल है. ज्वार (मालदांडी) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3749 रुपये प्रति क्विंटल, ज्वार (हाइब्रिड) का 3699 रुपये, बाजरा का 2775 रुपये और मक्का का 2400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. इन अनाजों की खरीद 31 दिसंबर तक की जाएगी. इसके लिए भी किसानों का पंजीकरण अनिवार्य है.
प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि पंजीकरण के बिना किसी भी किसान का अनाज नहीं खरीदा जाएगा. इसलिए सभी किसानों से अपील की गई है कि वे समय पर पंजीकरण कराएं और खरीद केंद्रों पर तय शर्तों के अनुसार अपनी उपज बेचें. खाद्य और रसद विभाग का कहना है कि इस बार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए पूरी व्यवस्था तकनीक आधारित बनाई गई है, जिससे उन्हें सही मूल्य और समय पर भुगतान मिल सके. धान और मोटे अनाजों की खरीद की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 का औपचारिक आगाज हो गया है.