'ये सरकार मुगलों से भी आगे निकल गई,' अगले साल तक कर्ज माफी टालने पर आक्रामक हुए मनोज जरांगे

'ये सरकार मुगलों से भी आगे निकल गई,' अगले साल तक कर्ज माफी टालने पर आक्रामक हुए मनोज जरांगे

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा था कि कृषि कर्जमाफी पर फैसला अगले साल 30 जून तक लिया जाएगा. मनोज जरांगे ने कहा कि सरकार के वादों से किसान अपना पेट नहीं भर सकते. एक बार फिर सरकार ने किसानों को धोखा दिया है क्योंकि कर्जमाफी नहीं होगी. क्या किसान 30 जून तक जिंदा रह पाएंगे?

Manoj Jarange Manoj Jarange
क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Nov 01, 2025,
  • Updated Nov 01, 2025, 1:16 PM IST

मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कहा कि महाराष्ट्र के किसान परेशान हैं और वे इस तरह केवल राज्य सरकार के कर्जमाफी के वादों पर गुजारा नहीं कर सकते. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा था कि कृषि कर्जमाफी पर फैसला अगले साल 30 जून तक लिया जाएगा. जरांगे पूर्व विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता बच्चू कडू, जो कृषि ऋण माफी के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं, के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. मुख्यमंत्री की घोषणा का जिक्र करते हुए, जारंगे ने पूछा कि क्या किसान इतना लंबा इंतजार कर सकते हैं.

'क्या किसान 30 जून तक जिंदा रह पाएंगे?'

मनोज जरांगे ने कहा कि सरकार के वादों से किसान अपना पेट नहीं भर सकते. फसलें और मवेशी बर्बाद हो गए हैं. एक बार फिर सरकार ने किसानों को धोखा दिया है क्योंकि कर्जमाफी नहीं होगी. क्या किसान 30 जून तक जिंदा रह पाएंगे? उन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है, तब तक वे कैसे जिंदा रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने भारी बारिश से प्रभावित किसानों को दिवाली से पहले राहत देने की घोषणा की थी. लेकिन किसानों के खातों में कोई पैसा जमा नहीं हुआ है.

'मुगलों से भी आगे निकल गई है सरकार'

जरांगे ने आगे कहा कि देवेंद्र फडणवीस पर कोई कैसे भरोसा कर सकता है? जिन किसानों को एक से दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है, उन्हें सिर्फ़ पांच से सात हज़ार रुपये दिए जा रहे हैं. बर्बाद और सड़ी हुई फसलों को साफ़ करने में ही उन्हें कम से कम 10 हज़ार रुपये खर्च करने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अगर किसानों पर सिर्फ इसलिए मामला दर्ज किया जा रहा है क्योंकि वे विरोध कर रहे हैं, तो यह सरकार मुगलों से भी आगे निकल गई है.

बता दें कि मनोज जरांगे अदालत की सुनवाई में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे थे. जारांगे और दो अन्य पर 2013 में जालना में नाटक 'शंभूराजे' के छह प्रदर्शनों के आयोजन के लिए तय राशि का भुगतान नहीं करने का आरोप है. मामले की अगली सुनवाई 18 नवंबर को होगी.

कर्ज माफी पर अगले साल तक टाला निर्णय

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा था कि कृषि ऋण माफी पर निर्णय अगले साल 30 जून तक लिया जाएगा. वह पूर्व विधायक और प्रहार जनशक्ति पार्टी के नेता बच्चू कडू से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे, जो कृषि ऋण माफी के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं. मुख्यमंत्री और कडू के बीच यह मुलाकात अमरावती में अपने आधिकारिक कार्यक्रमों के बाद महानगर पहुंचने पर सह्याद्री गेस्टहाउस में हुई. (सोर्स- PTI)

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