बुधवार की सुबह किसान नई दिल्ली की तरफ मार्च करने को तैयार हैं. इस बीच हरियाणा पुलिस की तरफ से अपने पंजाब के समकक्षों से कहा गया है कि वो राज्य की सीमाओं पर बुलडोजर और दूसरे अर्थमूविंग इक्विपमेंट्स जब्त कर लें. साथ ही साथ पुलिस ने महिलाओं, बच्चों और पत्रकारों को सीमा से एक किलोमीटर पहले रोकने का आग्रह किया है. किसानों ने सरकार की तरफ से दिया गया पांच साल वाला एमएसपी आइडिया खारिज कर दिया है. इसके बाद से ही अब वो दिल्ली मार्च की तैयारी में हैं. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के आईजी एचएस दून ने एक चिट्ठी में आशंका जताई है कि प्रदर्शनकारी किसान आंदोलन शुरू होने के बाद से जगह-जगह लगी बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश करेंगे.
इस चिट्ठी को हरियाणा के डीजीपी (कानून और व्यवस्था) एसएस कपूर ने अपने पंजाब समकक्ष गौरव यादव को भेज दिया. इंडियन एक्सप्रेस ने इस चिट्ठी के हवाले से लिखा है, ' जैसा कि आप जानते हैं कुछ किसान यूनियनें 13 फरवरी 2024 से शंभू सीमा, अंबाला और दातासिंह (खनौरी) सीमा, जिंद पर विरोध प्रदर्शन और डेरा डाले हुए हैं. विश्वसनीय इनपुट हैं कि प्रदर्शनकारी महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को रोक सकते हैं सामने ताकि पुलिस को कानूनी कार्रवाई करने से रोका जा सके. अगर किसान बलपूर्वक बैरिकेड हटाने का सहारा लेते हैं तो पुलिस के पास उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा. इससे महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को चोट का खतरा हो सकता है. ऐसा होने से बचने के लिए, यह अनुरोध किया जाता है कि महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों को उनकी सुरक्षा के हित में अंतरराज्यीय सीमाओं पर संघर्ष बिंदुओं से सुरक्षित दूरी (न्यूनतम 1 किमी) पर रोका जा सकता है.'
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पंजाब के डीजीपी को लिखी एक और चिट्ठी में हरियाणा के समकक्ष ने लिखा, 'यह विश्वसनीय रूप से पता चला है कि पोकलेन, जेसीबी आदि सहित भारी अर्थमूविंग उपकरण, जिन्हें और ज्यादा कवच-प्लेटेड किया गया है, प्रदर्शनकारी किसानों के पास हैं और सीमा स्थानों पर तैनात किए गए हैं जहां पर अभी प्रदर्शनकारी डेरा डाले हुए हैं. इन मशीनों का उपयोग प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड्स को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाना है, जिससे ड्यूटी पर तैनात पुलिस और अर्धसैनिक बलों के लिए गंभीर खतरा पैदा होगा और हरियाणा राज्य में सुरक्षा परिदृश्य से समझौता होने की संभावना है.'
इस चिट्ठी में सीमा पर विरोध स्थलों से इन मशीनों को तुरंत जब्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध भी किया गया है. साथ ही सभी निवारक कदम उठाने की अपील भी की गई है ताकि सुरक्षाबलों को नुकसान न पहुंचे. अनुरोधों पर कार्रवाई करते हुए, पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सभी एसएसपी और पुलिस आयुक्तों को निर्देश जारी किए कि किसी भी भारी अर्थमूविंग उपकरण को खनौरी और शंभू सीमाओं तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
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