किसानों और सरकार के बीच चले आ रहे विवाद की आंच गुड़गांव में भी पहुंच गई है. मानेसर क्षेत्र में पिछले 611 दिन से जमीन अधिग्रहण को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने अब पंजाब के किसानों को समर्थन दे दिया और आज पंचायत के बाद दिल्ली कूंच करने को तैयार हो गए. मानेसर के किसानों के आंदोलन और दिल्ली कूच की चेतावनी को लेकर गुड़गांव पुलिस पहले ही सतर्क दिखाई दी. सुबह से ही पूरे मानेसर क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया था.
दोपहर करीब 12 बजे जब किसानों ने पंचायत के बाद दिल्ली का रुख करना शुरू किया तो पुलिस ने उन्हें मौके पर ही काबू कर हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस को मामूली बल प्रयोग करना पड़ा, लेकिन स्थिति तुरंत ही काबू में आ गई. पुलिस ने करीब 50 किसानों को हिरासत में लेकर मानेसर पुलिस लाइन भेज दिया. वहीं, किसानों की मानें तो सरकार ने उनकी 1810 एकड़ जमीन को अधिग्रहित किया था. जमीन के मुआवजे को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है.
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इस विवाद को सुलझाने के लिए वह सरकार के साथ कई दौर की वार्ता भी कर चुके हैं. सरकार ने उनकी मांगों को जायज बताते हुए मान तो लिया है, लेकिन आज तक उन्हें लागू नहीं किया है. इसी को लेकर वह पिछले काफी समय से सरकार को चेतावनी देते आ रहे थे, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. उन्होंने एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे पंजाब के किसानों को समर्थन देते हुए उनके साथ ही आज दिल्ली कूंच करने का ऐलान किया था.
मंगलवार सुबह किसान मानेसर तहसील के बाहर धरना स्थल पर एकत्र हुए और अपनी मांगों को लेकर पंचायत की. यहां से रणनीति तैयार करने के बाद किसानों ने दिल्ली का रुख कर लिया. जैसे ही किसान तहसील परिसर से बाहर निकले वैसे ही पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया. फिलहाल पुलिस ने दिल्ली कूंच कर रहे किसानों को हिरासत में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। क्षेत्र में भारी पुलिसबल को तैनात किया गया है. वहीं, दिल्ली बॉर्डर पर भी पुलिस ने अपनी पैनी नजर जमाए रखी है. हालांकि आज यहां कोई नाकाबंदी नहीं की गई और वाहनों का आवागमन दिल्ली-गुड़गांव के बीच सामान्य रूप से हो रहा है. पुलिस की मानें तो स्थिति नियंत्रण में है.
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