सीबीएसई का परिणाम जारी हो चुका है. तो कई अन्य राज्य के शैक्षणिक बोर्डो ने भी 12वीं के परिणाम जारी कर दिया है. 12 वी पास कई छात्र मेडिकल की तैयारी के लिए नीट की तैयारी कर रहे हैं. वहीं इंजिनियरिंग के छात्र जेईई मेंस की तैयारी कर रहे हैं. इसके बाद भी कई छात्रों के मन में अपनी करियर को लेकर सवाल रहते हैं. ऐसे में जो छात्र खेती किसानी में अपना करियर बनाना चाहते हैं. उनके लिए ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है. किसान तक आपको 12 वीं के बाद यानी की ग्रेजुएशन स्तर पर खेती किसानी से जुड़े हुए ऐसे पांच कोर्सेज की जानकारी दे रहा है, जो किसी के भी करियर को नई दिशा दे सकता है. आइए जानते हैं वो कौन से पांच कोर्स हैं जो छात्रों को खेती किसानी से जुड़े हुए कोर्सेज में मदद कर सकते हैं.
बीएससी इन एग्रीकल्चर भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है. इस कोर्स को 12वीं पास छात्र कर सकते हैं. यह कोर्स चार साल का होता है. इस कोर्स में मूल रूप से कृषि विज्ञान और कृषि क्षेत्र में आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों और तकनीकों की जानकारी से जुड़ा कोर्स है. इसे करने से छात्रों के करियर में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में नौकरी की अपार संभावनाएं हैं.
पशुपालन में बीएससी कृषि के क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय कोर्स में से एक है. इस कोर्स को 12वीं के बाद किया जाता है. इस कोर्स को पूरा होने में चार साल लगता है. इस कोर्स में पशुओं की प्रजनन से लेकर पशु के स्वास्थ्य के बारे में पढ़ाया जाता है.
मत्स्य पालन में बी एससी चार साल का कोर्स है. इस कोर्स में छात्रों को मछली पकड़ने से लेकर मछली की बीमारियों से लेकर उनके भोजन और प्रजनन के बारे में पढ़ाया जाता है. इस कोर्स को छात्र 12वीं पास होने के बाद आसानी से कर सकते हैं.
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बागवानी से जुड़ी पढ़ाई के लिए 12 वीं पास छात्र बागवानी में ग्रेजुएशन कर सकते हैं. बीएससी बागवानी में छात्रों को कृषि विज्ञान से जुड़े पौधों, सब्जियों, फूलों आदि की खेती से संबंधित है जुड़ा कोर्स है. इसमें बीजों के बारे में भी पढ़ाया जाता है. साथ ही पौधे में होने बीमारियों, पौधे के वृद्धि और विकास से जुड़ा कोर्स है. वहीं इस कोर्स को तीन साल तीन साल में पूरा किया जाता है.
मिट्टी और जल प्रबंधन में बीएससी कुल आठ सेमेस्टर का चार साल का कोर्स है. इस कोर्स में छात्रों को मिट्टी की गुणवत्ता और जल प्रबंधन में सुधार के लिए कृषि अध्ययन और उसमें अनुसंधान की तकनीक शामिल हैं. इस कोर्स में 12वीं पास छात्र ग्रेजुएशन कर सकते हैं.