ज्योतिषीय पंचांग के अनुसार सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. वहीं अक्टूबर महीने में ही शरद पूर्णिमा तिथि पर साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी लगेगा. भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा, लेकिन चंद्र ग्रहण दिखेगा. इसलिए चंद्र ग्रहण के दिन सूतक मान्य होगा. ग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार ग्रहण के समय राहु का प्रभाव बढ़ जाता है. इसके लिए ग्रहण के समय शुभ कार्य करना वर्जित है. इसे नजरअंदाज करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसलिए ग्रहण के समय भूलकर भी न करें ये काम. क्या हैं वो काम आइए जानते हैं.
ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी ने बताया कि 2023 में कुल मिलाकर के तीन ग्रहण है. जिसमें दो सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण है. प्रथम सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लग चुका है और आने वाले दो ग्रहण एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण अश्विन महीने में पड़ेंगे. यह दोनों ग्रहण एक ही महीने में पड़ रहे हैं.
पहले सूर्य ग्रहण जो 14 अक्टूबर 2023 को लगेगा यानी कि अश्विन कृष्ण पक्ष अमावस्या शनिवार के दिन. यह सूर्य ग्रहण कंकड़ सूर्य ग्रहण होगा और इसकी विशेषता यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारतवर्ष में दिखाई नहीं देगा. लेकिन मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय कुछ ऐसे काम भी हैं जो हमें भूलकर भी नहीं करने चाहिए. क्योंकि इसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से दिखाई देता है.