भारत ने 20 जनवरी से लेकर मई के अंत तक कुल 5.38 लाख टन चीनी का निर्यात किया है. इसके अलावा, 23,219 टन चीनी बंदरगाहों पर लोडिंग या ट्रांजिट में है, जिससे कुल आंकड़ा 5.61 लाख टन के पार पहुंच गया है. सरकार ने इस सीज़न के लिए 10 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी थी, जो 30 सितंबर, 2025 को समाप्त होगा. ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन (AISTA) के अनुसार, अब तक कुल 5.17 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है. इसमें शामिल हैं:
इसके अलावा 21,000 टन कच्ची चीनी विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZs) की रिफाइनरियों में भेजी गई है, जो भी निर्यात मानी जाती है.
भारत की चीनी सबसे ज़्यादा निम्न देशों को भेजी गई:
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2024-25 के चीनी सीज़न में कुल उत्पादन 26.52 मिलियन टन (mt) रहने का अनुमान है, जो पिछले सीज़न (31.9 mt) से करीब 16.9% कम है. इसके चलते 30 सितंबर, 2025 तक क्लोजिंग स्टॉक घटकर 4.5 मिलियन टन रह जाएगा.
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उत्तर प्रदेश में:
महाराष्ट्र में:
AISTA ने अनुमान लगाया है कि इस साल निर्यात 8 लाख टन तक सीमित रह सकता है, जबकि सरकार ने 10 लाख टन की अनुमति दी थी. उत्पादन में गिरावट के चलते निर्यात लक्ष्य पूरा होना मुश्किल लग रहा है.