भारत में मधुमक्खी पालन एक लाभकारी बिजनेस है. पिछले कुछ सालों में इस बिजनेस में तेजी से वृद्धि देखी गई है. वहीं, देश में उत्पादित किए गए शहद का लगभग 50 प्रतिशत घरेलू स्तर पर खप जाता है जबकि शेष का दुनिया भर में निर्यात किया जाता है. वहीं, देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र और महाराष्ट्र भारत में शहद के प्रमुख प्राकृतिक उत्पादक क्षेत्र हैं. भारत में अधिकांश किसान मधुमक्खी पालन को छोटे पैमाने पर करते हैं. हालांकि, छोटे पैमाने पर पर भी उन्नत तकनीकों का उपयोग और शुद्धता का ध्यान रखते हुए मधुमक्खी पालक शानदार मुनाफा कमा सकते हैं.
गौरतलब है कि बाजार में मधुमक्खियों का शहद बेचने वाली बहुत सारी कंपनियां हैं, और ये सभी कंपनियां विज्ञापन करने के दौरान अपनी शहद को लेकर इस बात का दावा करती हैं कि उनका शहद सबसे शुद्ध है. मगर, सबसे बड़ा सवाल यह है कि दुनियाभर में सबसे शुद्ध मधुमक्खी का शहद कहां पाया जाता है? ऐसे में आइए आज जानते हैं कि दुनिया में सबसे शुद्ध मधुमक्खी का शहद कहां पाया जाता है-
वैसे, तो दुनिया में लगभग उन सभी देशों में शहद उत्पादन किया और बेचा जाता है जहां पर खेती की जाती है. हालांकि, शहद की शुद्धता के मामले में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रशांत महासागर के दक्षिण पूर्व की तरफ ईस्टर्न आइलैंड है. इस आइलैंड पर मौजूद मधुमक्खियां दुनिया का सबसे शुद्ध शहद उत्पादन करती हैं. जिसे रैपानुई शहद कहते हैं. अगर बात करें आइलैंड पर स्थित मधुमक्खियों द्वारा उत्पादित शहद सबसे शुद्ध क्यों माना जाता है, तो इसके पीछे विशेष कारण है. दरअसल, ईस्टर्न आइलैंड पर मधुमक्खी पालन करने वाले मधुमक्खी पालक किसान इनके लिए किसी भी तरह के रसायन का इस्तेमाल नहीं करते हैं. इसके अलावा यहां पर साफ पानी उपलब्ध है. नतीजतन, यहां की मधुमक्खियां ज्यादा स्वस्थ हैं और उन्हें किसी भी तरह की बीमारी भी नहीं होती है.
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गौरतलब है कि मौजूदा वक्त में जब शहद को डिब्बों में पैक करने के लिए प्रोसेसिंग किया जाता है तो उसमें कई तरह के रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है. नतीजतन, शहद की क्वालिटी यानी शुद्धता पर इसका प्रभाव पड़ता है. वहीं, ईस्टर्न आइलैंड में मधुमक्खी पालन करने वाले किसान इस बात को भलीभांति जानते हैं कि यदि वो उत्पादन या प्रोसेसिंग के दौरान किसी भी प्रकार का रसायन इस्तेमाल करेंगे तो मधुमक्खियां बच नहीं पाएंगी और शहद की शुद्धता में भी गिरावट आएगी.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आइलैंड के सभी मधुमक्खी किसानों ने सरकार को किसी भी तरह के रसायन का इस्तेमाल कर शहद का उत्पादन करने से इनकार कर रखा है. शायद यही सबसे बड़ी वजह है कि ईस्टर्न आइलैंड पर उत्पादित शहद को सबसे शुद्ध माना जाता है.