
बुधवार का दिन न सिर्फ दक्षिण भारत के किसानों के लिए बल्कि देश के दूसरे राज्यों के किसानों के लिए भी काफी अहम होने वाला है. इस दिन न सिर्फ पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा मिलेगा बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुछ खास किसानों से रूबरू होंगे. दरअसल पीएम मोदी 19 नवंबर यानी बुधवार को तमिलनाडु के दौर पर होंगे. इस दौरान वह कोयंबटूर में दक्षिण भारत प्राकृतिक खेती सम्मेलन में शामिल होंगे. इस दौरान वह 10 जैविक किसानों को सम्मानित करेंगे. सम्मेलन में पांच हजार किसान भाग लेंगे. प्रधानमंत्री दोपहर 1 बजे के बाद अपना संबोधन शुरू करेंगे और प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से वार्ता भी करेंगे. इसी दिन पीएम मोदी किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त भी किसानों के खाते में ट्रांसफर करेंगे.
कार्यक्रम को आयोजित कर रही कमेटी के को-ऑर्डिनेटर पीआर पांडियन ने बताया कि इस प्रोग्राम को लेकर कृषि और किसान कल्याण मंत्री के साथ दो दौर की बैठकें हो चुकी हैं. प्रोटोकॉल के अनुसार केंद्रीय मंत्री का इस कार्यक्रम में उपस्थित रहना तय है. उन्होंने यह भी साफ किया कि चूंकि यह कार्यक्रम पूरे दक्षिण भारत स्तर पर आयोजित किया जा रहा है, इसलिए किसी भी मुख्यमंत्री को अलग से व्यक्तिगत आमंत्रण नहीं भेजा गया है.
पांडियन ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य दिवंगत जैविक किसान नम्मलवर की तरफ से जिस तरह से प्राकृतिक खेती के तौर-तरीकों का दुनिया के सामने प्रचार किया गया, उसे सबके सामने लाया जा सके. कीटनाशकों से होने वाले प्रदूषण की पृष्ठभूमि में, मिट्टी के स्वास्थ्य और उत्पादकता को फिर से जीवित करने की जरूरत के चलते यह सम्मेलन समय की मांग बन गया है. पांडियन ने बताया कि 19 नवंबर को शाम 4 बजे के बाद और अगले दो दिनों तक आम जनता को प्राकृतिक खेती प्रणाली पर आधारित 200 से अधिक स्टॉल देखने की अनुमति होगी. इन स्टॉल्स में जैविक फल, सब्जियां, छोटे अनाज (माइनर मिलेट्स) और अन्य कृषि उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे.
इससे अलग कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर एक खास अपील किसानों से की है. उन्होंने कहा, 'प्रिय, किसान बहनों और भाइयों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर बुधवार को दोपहर डेढ़ बजे किसान भाइयों और बहनों के खाते में, किसान सम्मान निधि की राशि डालेंगे. 9 करोड़ किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ की राशि अंतरित की जाएगी. इसके पहले प्राकृतिक आपदा से पीड़ित राज्यों में हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर के किसानों के खातों में पहले ही राशि ट्रांसफर की जा चुकी है.'
उन्होंने आगे कहा, 'इस मौके पर प्रधानमंत्री आपको संबोधित भी करेंगे और यह दिन, प्रधानमंत्री किसान उत्सव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. मेरी आपसे अपील है हमारे प्रधानमंत्री जी को सुनने और राशि के ट्रांसफर को प्रत्यक्ष रूप से देखने, आप जरूर जुड़िए.' साथ ही उन्होंने बताया कि किसान कृषि विज्ञान केंद्रों में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में या जिला स्तरीय कार्यक्रम में, अपने पंचायत में, मंडियों के कार्यक्रम में, किसान समृद्धि के कार्यक्रमों में, कृषि विश्वविद्यालयों के कार्यक्रमों में, कहीं न कहीं वो जरूर शामिल हो सकते हैं.
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