आपने अनाज तो कई खाए होंगे. पर आज जिस अनाज की बात हो रही है वो है ब्राउन टॉप मिलेट. ये एक बहुत ही खूबसूरत और पौराणिक काल से उपयोग होने वाला पुराना अनाज है. यह एक पॉजिटिव मिलेट है. पॉजिटिव मिलेट किसी भी बीमारी से बचाव और उसके उपचार में बहुत उपयोगी होता है. ब्राउन टॉप मिलेट को हिंदी में छोटी कंगनी या हरी कंगनी भी कहते हैं. इसके गुण कंगनी से मिलते जुलते होते हैं, इसलिए इससे छोटी कंगनी भी कहते हैं. इस अनाज की ऊपरी परत ब्राउन रंग की होती है, इसलिए इसे ब्राउन टॉप मिलेट कहते हैं. इसकी ऊपरी परत हटाने के बाद हल्के हरे रंग का अनाज मिलता है, इसलिए इसे हरी कंगनी भी कहते हैं.
हरी कंगनी में कई तरह के गुण पाए जाते हैं जिन्हें स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. कंगनी सेहत का बेहतर खयाल रखने में मदद करती है. वहीं इसे खाने से कई शारीरिक समस्याओं से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं की ब्राउन टॉप मिलेट खासियत और फायदे.
ब्राउन टॉप मिलेट की खेती गर्म जलवायु में की जाती है. इसे सूखा क्षेत्रों में आसानी से उगाया जा सकता है. इसे छाया भी पसंद है. इसलिए दक्षिण भारत में इसकी खेती इमली के पेड़ की छाव में की जाती है. इसे उगाने के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है. वहीं इसकी खेती पशु के चारे और मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए भी की जाती है.
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आज के समय में ब्राउन टॉप मिलेट्स बहुत लोकप्रिय हो गई है. इसे बाकी सभी माइनर मिलेट्स के साथ एक स्वस्थ खाद्य आहार माना जाता है. ब्राउन टॉप मिलेट्स को कई तरीके से उपयोग किया जाता है. जैसे कि आटे के रूप में और दलिया के रूप में. ब्राउन टॉप मिलेट के अन्य स्वादिष्ट विकल्प हैं पराठे, उपमा, पोहा और दही-वड़ा जिसे बनाकर आप इसे खा सकते हैं. ब्राउन टॉप मिलेट से ब्रेड, कुकीज और केक जैसी चीजें भी बनाई जा सकती हैं.
ब्राउन टॉप मिलेट एक बहुत ही लाभदायक अनाज है, जो कई गुणों से भरपूर है. इसमें विटामिन, प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की अधिक मात्रा होती है. इसका इस्तेमाल भोजन और पशुओं के चारे के रूप में भी किया जाता है. इसके अलावा अमीनो एसिड भी भरपूर मात्रा में होते हैं. यह फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है.