उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से किसान पाठशाला का आयोजन किया जाएगा. यूपी में किसानों को खेती से जुड़ी नई तकनीक और उन्नत खेती के तरीकों से अवगत कराने के लिए 4 दिसंबर से लेकर 20 दिसंबर तक यूपी के सभी ब्लॉको की ग्राम पंचायत मे किसान पाठशाला को आयोजित करने का फैसला लिया गया है. इस पाठशाला में किसानों को फसल के बेहतर उत्पादन के लिए कुछ टिप्स दिए जाएंगे साथ ही उन्हें कृषि की नई तकनीक के बारे में जानकारी दी जाएगी, खेती किसानी से जुड़ी कई सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया जाएगा. इस पाठशाला के अंदर उन्हें उत्पादों को बेहतर कीमतों पर बेचने के लिए बाजार से जुड़ी व्यवस्था के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इस दौरान हर ब्लॉक की ग्राम पंचायत स्तर पर किसान इस पाठशाला का लाभ ले सकेंगे. यह जानकारी राजेंद्र कुमार सिंह अपर कृषि निदेशक (प्रसार) उत्तर प्रदेश ने इंडिया टुडे के किसान तक से बातचीत में दी.
अपर कृषि निदेशक (प्रसार) राजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि, इस पाठशाला का उद्देश्य प्रदेश के किसानों की आय बढ़ाना और कम लागत मे अच्छी खेती करने की जानकारी देना है. इस आयोजन के तहत कृषि विशेषज्ञ के साथ किसान अपने अनुभव और किसानों को खेती की नई तकनीक और उन्नत विधियों के बारे में बताया जाएगा.
उन्होंने बताया कि पाठशाला में किसानों को विभिन्न फसलों के बीजों और फसलों के चुनाव, रासायनिक उर्वरकों के विकल्प जैविक खाद, कृषि सुरक्षा जैसे कृषि से सरोकार रखें वाले मुद्दों की जानकरी दी जाएगी. कृषि की नई तकनीक के साथ किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, फार्म रजिस्ट्री, पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन, मशरूम उत्पादन, रेशम कीट पालन से जुड़ी जानकरी भी दी जाएगी.
राजेंद्र कुमार सिंह का कहना हैं कि जो किसान इस पाठशाला में भाग नहीं ले पाएंगे वे ऑनलाइन माध्यम से रिकॉर्ड की गई वीडियो देख सकेंगे. किसान पाठशाला के दौरान कृषि विभाग द्वारा बनाए गए वीडियो को विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार ने किसान पाठशाला का आयोजन की शुरुआत साल 2017 में से की थी. इसे द मिलियन फार्मर्स स्कूल (The Million Farmers School) के नाम से भी जाना जाता है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में किसान पाठशाला का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को बेहतर तकनीक सीख कर अधिक उत्पादन करना है साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. सरकार का लक्ष्य किसानों की आय को दोगुना करना है. इस पाठशाला में किसानों को उस फसल के बारे में जानकारी दी जाएगी जिस फसल की उस क्षेत्र में सबसे ज्यादा पैदावार होती है.