किसानों समूहों से एग्री प्रोडक्ट खरीदकर ऑनलाइन बिक्री करने वाली फर्म किसानसे (KisaanSay) अपने कारोबार का विस्तार करेगी. कंपनी को 2 मिलियन डॉलर यानी करीब 17 करोड़ की फंडिंग मिली है. यह रकम मार्केटिंग रणनीतियों, प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के साथ किसानों को उचित और टिकाऊ बाजारों तक पहुंच दिलाने पर खर्च होगी. किसानसे क्रॉस कैटेगरी डायरेक्ट फ्रॉम ओरिजिन फूड ब्रांड है, जो किसानों से अचार, चावल, दाल जैसे फूड आइटम्स खरीदकर उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर बिक्री करता है.
भारत के पहले क्रॉस कैटेगरी डायरेक्ट फ्रॉम ओरिजिन फूड ब्रांड किसानसे (KisaanSay) ने जंगल वेंचर्स (Jungle Ventures) के नेतृत्व में फर्स्ट चेक एट जंगल के जरिए 2 मिलियन डॉलर यानी करीब 17 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है. जंगल वेंचर फर्स्ट चेक एट जंगल के जरिए प्री सीड और सीड स्टेज पर दूसरी बार के संस्थापकों और अनुभवी ऑपरेटरों के साथ साझेदारी करने के लिए फंडिंग करता है.
कंपनी के बयान के अनुसार फाउंडर्स नितिन पुरी, मनोज कार्की और वैशाली मेहता ने नेचुरल एग्री प्रोडक्ट हासिल करने के लिए किसानों और उपभोक्ताओं के बीच की खाई को पाटने के लिए किसानसे की शुरुआत की थी. यह ब्रांड पर्वतीय इलाकों, जंगलों, आदिवासी क्षेत्रों और प्राकृतिक खेती करने वाले किसान समूहों के साथ पार्टनरशिप करता है. कंपनी ने कहा कि बिक्री किए जा रहे हर कृषि उत्पाद को उसके मूल स्थान पर उगाया जाता है और न्यूनतम प्रॉसेसिंग की जाती है. यह उपभोक्ताओं को स्वस्थ, स्वादिष्ट फूड विकल्प देता है तो वहीं किसानों के लिए बेहतर आय और टिकाऊ आजीविका की गारंटी देता है.
फंडिंग का इस्तेमाल किसानसे के मार्केटिंग को मजबूत करने, विश्व स्तरीय टीम बनाने और कंपनी के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार करने पर खर्च होना है. जबकि कंपनी अपना संचालन भी बढ़ाने पर रकम लगाएगी. कंपनी का उद्देश्य ऐसा इकोसिस्टम बनाना है जहां हर उपभोक्ता को हाई क्वालिटी वाले फूड प्रोडक्ट तक पहुंच हो और हर किसान को उचित और टिकाऊ बाजारों तक उनके उत्पाद को पहुंचाया जा सके.
किसानसे 20 किसान समूहों के 50 हजार किसानों से जुड़ा है और इसके 12 कैटेगरी में 80 से ज्यादा प्रोडक्ट पोर्टफोलियो हैं. कंपनी एग्री प्रोडक्ट खरीद बढ़ाने के लिए और किसानों को अपने साथ शामिल करने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी का ओमनीचैनल मार्केटिंग प्रमुख ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म, अपने डायरेक्ट टू कंज्यूमर चैनल और दिल्ली एनसीआर में खुदरा स्टोर तक फैला हुआ है. किसानसे के को फाउंडर नितिन पुरी ने कहा कि मैं किसानसे परिवार में जंगल वेंचर्स का स्वागत करते हुए बेहद उत्साहित हूं. यह फंडिंग किसानसे के अगले विकास चरण की शुरुआत का प्रतीक है. हम किसान को सही दाम और उपभोक्ताओं को ताजा अच्छे उत्पाद उपलब्ध करा रहे हैं.