दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले झींगा मछली के शौकीनों के लिए खुशखबरी है. अब उन्हें झींगा मछली के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा. इतना ही नहीं मछली भी उन्हें ताजा मिलेगी. कोई बड़ी बात नहीं कि झींगा मछली की आवाज लगाता हुआ स्ट्रीट वेंडर आपके घर के सामने से ही निकले. यह सब मुमकिन होगा केन्द्र सरकार की एक योजना के तहत. योजना के तहत बाइक या साइकिल पर आइस बॉक्स में झींगा मछली रखकर बेची जाएगी.
यूपी के मथुरा में बड़े पैमाने पर झींगा मछली की खेती हो रही है. केन्द्र सरकार के साथ ही यूपी सरकार भी झींगा मछली की खेती करने वालों की मदद कर रही है. इसके लिए सरकारी जमीन पर तालाब के पट्टे दिए जा रहे हैं. मछली पालने के साथ बड़े बाजारों में जाकर उन्हें बेच भी सकें इसके लिए सरकार उन्हें बाइक और साइिकल भी दे रही है. मथुरा ही नहीं यूपी के दूसरे शहरों में भी कारोबारी बाइक पर मछली बेच रहे हैं.
तालाब में मछली पालन को बढ़ाने देने के लिए यूपी सरकार पंचायतों के अधिकार वाले तलाबों को पट्टे पर दे रही है. पट्टे पर दिए जाने वाले इन सभी तालाबों का रकबा करीब 3000 हेक्टेयर का होगा. राज्य में ग्राम सभा के लगभग 2 लाख, ढाई हजार तालाब हैं. इनमें से अभी तक 80 हजार तालाब मछली पालन के लिए पट्टे पर दिए जा चुके हैं. इसके साथ ही निजी क्षेत्र और दूसरे विभागों के भी तालाब हैं. मौजूदा वक्त में सभी तरह के पट्टे के तालाब मिलाकर करीब 90 हजार से ज्यादा तालाबों में मछली पालन किया जा रहा है.
मथुरा के कई गांवों के सैलाइन एरिया में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 22 हेक्टेयर के तालाब बनाकर झींगा मछली का पालन शुरू किया गया था. पायलट प्रोजेक्ट कामयाब रहा तो अब उसका विस्तार किया गया है. इसी के चलते अब 55 हेक्टेयर में झींगा मछली पालन किया जा रहा है. गौरतलब रहे देश और विदेश में झींगा मछली की बहुत मांग है. मथुरा में मछली पालन के चलते दिल्ली-एनसीआर जैसी बड़ी मंडी भी मिल जाएगी.