Mango Variety: पेड़ से टूटकर सबसे पहले सीधे दिल्ली पहुंचता है ये आम, जानें क्या है ऐसी खास बात

Mango Variety: पेड़ से टूटकर सबसे पहले सीधे दिल्ली पहुंचता है ये आम, जानें क्या है ऐसी खास बात

जर्दालु आम मुख्य रूप से भारत के बिहार के भागलपुर जिले में उगाए जाते हैं. इस क्षेत्र की मिट्टी और जलवायु इस आम की किस्म की खेती के लिए विशेष रूप से उपयुक्त हैं. जर्दालु आम के पेड़ आम तौर पर छोटे बागों में उगाए जाते हैं. जिस वजह से इसकी मांग काफी ज्यादा है. पढ़िए इस आम की पूरी कहानी

Jardalu Mango: आखिर क्यों सबसे पहले दिल्ली पहुंचता है ये आम, GFX- संदीप भारद्वाजJardalu Mango: आखिर क्यों सबसे पहले दिल्ली पहुंचता है ये आम, GFX- संदीप भारद्वाज
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Apr 28, 2023,
  • Updated Apr 28, 2023, 3:54 PM IST

आम की एक बेहद लोकप्रिय किस्म है जर्दालु आम. ये किस्म मुख्य रूप से भारत के बिहार राज्य में उगाई जाती है. यह अपने अनोखे स्वाद, मिठास और सुगंध के लिए जानी जाती है. इसे भारत में सबसे अच्छी आम किस्मों में से एक माना जाता है. बिहार के इस जर्दालू आम को राष्ट्रीय पटल पर भी मान्यता प्राप्त है. जर्दालु आम को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार वर्ष 2007 से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के राज्यपालों और एलजी को उपहार के रूप में जर्दालू आम भेजती है. जिस वजह से इसे एक विशेष पहचान भी मिली है. आपको बता दें कि आम की हर साल तुड़ाई के बाद इसे सबसे पहले दिल्ली भेजा जाता है. 

जर्दालु आम आमतौर पर जून और जुलाई के महीनों में तोड़े जाते हैं. इस आम का छिलका काफी पतला होता है और यह अंडाकार आकार होता है. जिस वजह से इसे छीलना आसान होता है. जर्दालु आम का गूदा नरम, रसदार और रेशे रहित होता है. यह ताजा खाने या आम का रस, स्मूदी और अन्य मिठाई बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. 

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लंगड़ा आम के नाम से भी जाना जाता है ये आम

जर्दालु आम को लोग लंगड़ा आम भी कहते हैं. जो भारत में आम की एक और लोकप्रिय किस्म है. हालांकि, जर्दालू आम को स्वाद, बनावट और सुगंध के मामले में लंगड़ा आम से बेहतर माना जाता है. जर्दालु आम की खेती बिहार के कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित है, जिस वजह से आम की इस किस्म की मांग काफी ज्यादा है. 

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जर्दालु आम मुख्य रूप से भारत के बिहार के भागलपुर जिले में उगाए जाते हैं. इस क्षेत्र की मिट्टी और जलवायु इस आम की किस्म की खेती के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है. जर्दालु आम के पेड़ आम तौर पर छोटे बागों में उगाए जाते हैं.

क्या है जर्दालु आम की खासियत, GFX- संदीप भारद्वाज

कई पोषक तत्वों से भरपूर है जर्दालु आम

इस आम का वजन लगभग 250-300 ग्राम होता है. आम का छिलका पतला होता है और इसका रंग हरा-पीला होता है, जो फल के पकने पर सुनहरे पीले रंग में बदल जाता है. अपने स्वादिष्ट स्वाद के अलावा, जर्दालु आम विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं, जो उन्हें एक स्वस्थ और पौष्टिक फल बनाते हैं. उनका उपयोग उनके विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी किया जाता है.

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कैसे करें जर्दालु आम की पहचान

दिखावट: जर्दालु आम छोटे से मध्यम आकार के होते हैं और लाल रंग का  सुनहरा-पीला छिलका होता है. इसी के साथ छिलका पतला और चिकना भी होता है. जर्दालु आम अंडाकार आकार का होता है. आम ऊपर और नीचे से थोड़ा चपटा हुआ होता है.

सुगंध: जर्दालु आम में एक मीठी सुगंध होती है जो आम की अन्य किस्मों से अलग होती है. सुगंध को अक्सर पुष्प या फल के रूप में वर्णित किया जाता है.

बनावट: जर्दालू आम का रसीला और फाइबर रहित गूदा होता है, जिससे इन्हें खाना आसान हो जाता है. गूदा नरम और मलाईदार होता है और इसका स्वाद मीठा होता है.

जर्दालू आम का मौसम: जर्दालू आम आमतौर पर भारत में जून से अगस्त तक उपलब्ध होते हैं.

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