चीनी उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान, ISMA ने 47 लाख टन कम शुगर प्रोडक्शन की आशंका जताई 

चीनी उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान, ISMA ने 47 लाख टन कम शुगर प्रोडक्शन की आशंका जताई 

ISMA ने बताया कि 31 जनवरी 2025 तक 165 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जो बीते साल की तुलना में 22 लाख टन गिरावट है. क्योंकि, बीते साल की समान अवधि के दौरान लगभग 187.15 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ था.

ISMA ने 47 लाख टन कम शुगर प्रोडक्शन की आशंका जताई है.ISMA ने 47 लाख टन कम शुगर प्रोडक्शन की आशंका जताई है.
रिजवान नूर खान
  • Noida,
  • Feb 04, 2025,
  • Updated Feb 04, 2025, 1:50 PM IST

इस साल चीनी उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान जताया गया है. निजी चीनी मिलों के उद्योग निकाय ISMA के अग्रिम अनुमानों के अनुसार 2024-25 चीनी सीजन अक्टूबर-सितंबर में 272.7 लाख मीट्रिक टन चीनी उत्पादन होगी. यह आंकड़ा बीते साल उत्पादन की तुलना में 47 लाख टन कम है. 31 जनवरी तक पेराई आंकड़ों के अनुसार गुजरात को छोड़कर बाकी प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में बीते साल की तुलना में चीनी उत्पादन गिर गया है. यह स्थिति खुले बाजार में चीनी की कीमतों पर ऊपर जाने का दबाव बना रहेगा. 

चीनी उत्पादन में 47 लाख मीट्रिक टन गिरावट का अनुमान 

निजी चीनी मिलों के उद्योग निकाय ISMA ने चीनी उत्पादन के लिए अपना दूसरा अग्रिम अनुमान जारी करते हुए बताया है कि 2024-25 चीनी सीजन अक्टूबर-सितंबर के दौरान नेट उत्पादन में गिरावट देखी जाएगी. कहा गया है कि पिछले सीजन के 319.6 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले 272.7 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होगा, जो 47 लाख मीट्रिक टन की गिरावट दर्शाता है. हालांकि, ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन ने 28 जनवरी को अपना चीनी उत्पादन अनुमान जारी किया, जिसमें 265.2 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान जताया गया है.

31 जनवरी तक 165 लाख टन चीनी उत्पादन 

ISMA ने बताया कि 31 जनवरी 2025 तक 165 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जो बीते साल की तुलना में 22 लाख टन गिरावट है. क्योंकि, बीते साल की समान अवधि के दौरान लगभग 187.15 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ था. उत्पादन में गिरावट की वजह देरी से पेराई शुरू होने और कम पेराई कारखानों के एक्टिव रहने को बताया गया है. कहा गया कि इस वर्ष लगभग 500 पेराई कारखाने चल रहे हैं, जबकि पिछले साल 520 फैक्ट्रियां चल रही थीं. 

गुजरात छोड़ सभी राज्यों में चीनी उत्पादन घटा 

गन्ना उत्पादक राज्यों में चीनी उत्पादन में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. सर्वाधिक चीनी उत्पादन करने वाला राज्य महाराष्ट्र में इथेनॉल डायवर्जन के बाद 88.42 लाख मीट्रिक टन चीनी उत्पादन का अनुमान है. जबकि, बीते साल 110.96 लाख मीट्रिक टन उत्पाद दर्ज किया गया था. इसी तरह उत्तर प्रदेश में करीब 9 लाख मीट्रिक टन गिरावट के 95.05 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है. कर्नाटक में 12 लाख टन की गिरावट के साथ 39.82 लाख मीट्रिक टन और तमिलनाडु में 2 लाख मीट्रिक टन गिरावट के बाद 8.68 लाख मीट्रिक टन और अन्य राज्यों में 1 लाख मीट्रिक टन गिरावट के साथ 31.12 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है. अकेले गुजरात में 32 हजार मीट्रिक टन चीनी उत्पादन बढ़कर 9.60 लाख मीट्रिक टन पहुंचने का अनुमान है. 

गन्ना पैदावार में गिरावट बनी वजह 

भारतीय चीनी और जैव ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) ने कहा कि यह पाया गया है कि उत्तर प्रदेश चीनी की कम रिकवरी की वजह लाल सड़न रोग के फैलाव का है. इसी तरह दो महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम गन्ना उत्पादन रहा है. कई गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में खेतों के गीले रहने की वजह से समय से पहले फूल आना भी उत्पादन में गिरावट की वजह बनी है. ऐसे में कम गन्ना के चलते कारखानों में पेराई सीजन मार्च के अंत तक खत्म होने आशंका जताई गई है. महाराष्ट्र में 25 पेराई कारखाने फरवरी के मध्य तक बंद हो जाएंगे.

ये भी पढ़ें 

MORE NEWS

Read more!