कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के व्यवसाय तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. किसान और युवा इसमें इनमें काफी रुचि ले रहे हैं, क्योंकि भविष्य में इनका काफी बोलबाला रहने वाला है. केंद्र सरकार भी कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों में बिजनेस/स्टार्टअप के क्षेत्र में नए आईडिया को प्रोत्साहित कर रही है. इसी क्रम में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (CCS HAU) भी केंद्र की वित्तीय मदद से पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को कृषि क्षेत्र में एक बढ़िया मौका दे रहा है.
दरअसल, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की वित्तीय मदद से एग्रीबिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) बनाया गया है. अब इस सेंटर के माध्यम से किसानों-युवाओं के पास कृषि और कृषि से जुड़े बिजनेस आइडिया पर 25 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है. एचएयू के एबिक सेंटर से एक प्रक्रिया के तहत यह सब्सिडी की राशि चुने गए उम्मीदवार को दी जाएगी.
इसके लिए इच्छुक उम्मीदवारों को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.hau.ac.in पर 10 सितंबर, 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. एबिक सेंटर के माध्यम से छात्रों को इनोवेटिव बिजनेस आइडिया के लिए चयनित छात्रों को 4 लाख से 25 लाख रुपये तक की ग्रांट दी जा रही है.
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज के अनुसार, इस सेंटर के माध्यम से युवा छात्र, किसान, महिला व उद्यमी मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाईसेंसिंग, ट्रैडमार्क, पेटेंट, तकनीकी और फंडिग से जुड़ी ट्रेनिंग लेकर कृषि क्षेत्र में अपने स्टार्टअप को नया आयाम दे सकते हैं. इसके लिए ‘छात्र कल्याण प्रोग्राम’, ‘पहल’ और ‘सफल’-2025 नाम से तीन कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
छात्र कल्याण प्रोग्राम: इस प्रोग्राम को उन छात्रों के लिए चलाया जा रहा है जो खुद का रोजगार शुरू कर उद्यमी बनना चाहते हैं. इस प्रोग्राम के तहत केवल पढने वाले छात्र ही आवेदन कर सकते हैं चयनित छात्र को एक महीने का प्रशिक्षण और 4 लाख तक की सब्सिडी राशि दी जाएगी. यह राशि चयनित छात्र को एकमुश्त दी जाएगी.
पहल: इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीदवार को एक महीने की ट्रेनिंग और 5 लाख तक की सब्सिडी राशि दी जाएगी. यह राशि भी एकमुश्त दी जाएगी.
सफल: इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीदवार को एक महीने की ट्रेनिंग और 25 लाख तक की सब्सिडी राशि दी जाएगी. यह राशि चयनित उम्मीदवार को दो किश्तों में दी जाएगी.
आवेदक को अपने आइडिया का प्रपोजल एचएयू की वेबसाइट hau.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से जमा करना है होगा. यह प्रक्रिया नि:शुल्क है. आवेदन के बाद यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक और इंक्युबेशन कमेटी एक महीने के प्रशिक्षण के लिए आइडिया का चयन करेगी. एक महीने की ट्रेनिंग के बाद भारत सरकार की ओर से गठित कमेटी आवेदक के आइडिया को पेश करवाएगी और चयनित आवेदक को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की सब्सिडी राशि मंजूर की जाएगी.
भारत सरकार ने महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त सब्सिडी राशि देने का प्रावधान रखा है. प्रशिक्षित युवा स्वरोजगार के साथ-साथ दूसरे लोगों को भी रोजगार दे पाएंगे. इसके साथ ही युवा, किसान व उद्यमी एबिक सेंटर के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, सर्विसिंग, पैकजिंग व ब्रांडिग करके व्यापार की अपार संभावनाएं तलाश सकते हैं. ये तीनों कार्यक्रम उनको आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार साबित होंगे.